जानवी ने तीन घंटे तक दी भरतनाट्यम की प्रस्तुति
जोधपुर 20 अपै्रल (हि.स.)। शिवम् नाट्यालय का 54वां अरंगेत्रम मधुरम ऑडिटोरियम व्यास परिसर में संपन्न हुआ जिसमें जानवी पंसारी ने अपनी गुरु के साथ घुंघरू पूजा कर घुंघरू ग्रहण किए।
अपनी प्रथम प्रस्तुति पुष्पांजलि ताल आदितालम में की। उसके बाद अलारिपु चतुरस्य एकम ताल में व जतिस्वरम राग हेमावती में प्रस्तुत किया। शब्दम में द्रोपदी चीर हरण पर कृष्ण लीला का भावपूर्ण अभिनय पेश किया। चिदंबरम की कविता नल्ला शगुनम पर आधारित वर्णम राग मालिका में एवं शिव पदम की बारीकियों को राग रेवती व आदितालम में दिखाकर सबको भावविभोर कर दिया। राग शिवरंजनी में तिल्लाना प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरी। अंत में मंगलम प्रस्तुत कर शिष्या ने अपने गुरु एवं दर्शकों को धन्यवाद कर आशीर्वाद लिया। गुरु डॉ.मंजूषा चंद्रभूषण ने शिष्या को भारतीय संस्कृति एवं भरतनाट्यम गुरु शिष्य परंपरा को निभाने हेतु शपथ ग्रहण करवाई। साथ ही उन्हें अरंगेत्रम की डिग्री प्रदान की। अतिथि के रूप में थिएटर डायरेक्टर अरु व्यास, एक्टिंग डायरेक्टर स्वाति व्यास, सदस्य राज्य उपभोक्ता आयोग लियाकत अली, कमला नगर हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. राम गोयल एवं डॉ. बीना गोयल उपस्थित थे। शिष्या की माता ज्योति पंसारी एवं पिता अनिल पंसारी ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं आभार प्रकट किया।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश

