स्लोगन दोहे लिखे चंदे बना रही जाझो ब्रिगेड, परम्परा का निर्वाह स्थापना दिवस पर वर्षों से
बीकानेर, 5 मई (हि.स.)। बीकानेर स्थापना दिवस पर जाझो ब्रिगेड पिछले कई वर्षों से चंदे बनाकर पारम्परिक चंदा उड़ाकर परम्परा का निर्वाह कर रहा है।
परम्परागत पगड़ी पर चंदा बनाने वाले एकमात्र कलाकार व जाझो ब्रिगेड लोक नाट्य कला संस्थान के अध्यक्ष अनिल कुमार बोड़ा ने बताया कि चंदे पर बीकानेर के आपसी प्रेम को सदा जीवित रखने का संदेश भी दोहों द्वारा दिया गया। उन्होंने बताया कि चंदों पर 'शहर बीकाणो-जाझो निरालो अपनायत रो देश, भुजिया-पापड़-बड़ी रे स्वाद रो डंको गूंजे देश-विदेश, वाह! बीकाणा देश वाह बीकाणा देश! व आकाशां में उड़े म्हारो चंदों करणी मात म्होरी सहाय करे मान सवायो रेवे बीकाणे रो सब जनता रा भंडार भरे आदि दोहे लिखे गए है। इसके अलावा पूवा नाडी बावड़ी हरदम राखो साफ-बूंद-बूंद पानी संजोवो जीवन का आधार आदि दोहे भी लिखे गए हैं। जाने-माने संस्कृतिकर्मी बोड़ा ने यह भी बताया कि साथ चंदे पर करणी माताजी, पूनरासर हनुमानजी, कोडमदेसर भैरुजी की तस्वीर बनायी गयी है। बोड़ा के अलावा राजकुमार बोड़ा, आशाराम मारु, कांता बोड़ा ने भी चंदा बनाने में सहयोग किया।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर
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