बीकानेर की मौलिक एवं पौराणिक संस्कृति को सुरक्षित रखना जरूरी

बीकानेर की मौलिक एवं पौराणिक संस्कृति को सुरक्षित रखना जरूरी
WhatsApp Channel Join Now
बीकानेर की मौलिक एवं पौराणिक संस्कृति को सुरक्षित रखना जरूरी


बीकानेर, 28 जनवरी (हि.स.)। पुष्करणा सावा के अवसर पर रमक झमक में त्रिदिवसीय 'पुष्करणा सावा रंग दर्शन' का शुभारम्भ हुआ। रंग दर्शन के दौरान आज एक प्रदर्शनी लगाई गई जिसका उदघाटन बतौर मुख्य अतिथि जायल नागौर की न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रीति व्यास और विशिष्ट अतिथि आईपीएस अधिकारी अमित जैन व समाज सेवी श्रीवत्स पांडे ने किया।

इस अवसर पर न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रीति व्यास ने कहा कि सावा रंग दर्शन के आम व्यक्ति को द्वारा हमारी परम्पराओं को जानने व समझने का अवसर मिलेगा ,व्यास ने कहा कि पुष्करणा सावा को अब विश्व पटल आ गया जिसका श्रेय रमक झमक को जाता है। विशिष्ट अतिथि आई पी एस अधिकारी अमित जैन ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने शहर की मौलिक एवं पौराणिक संस्कृति को सुरक्षित रखने के लिये कार्य करने की जरूरत है। जैन ने कहा कि बीकानेर की वर्षों पुरानी सावा संस्कृति की झलक रमक झमक मंच पर देखकर प्रसन्नता हुई। उन्होंने कहा कि सावा रंग दर्शन जैसे आयोजन आम लोगों को लाभ लेना चाहिये,ये उनके लिये सुखद अनुभूति होगी। इस असर पर श्रीवत्स पाण्डे ने कहा कि पुष्करणा सावा तक ऐसे आयोजन निरन्तर होते रहने चहिये।

उदघाटन से पूर्व लक्ष्मी ओझा, मुरली ओझा, प्रेम रतन छंगाणी, रामकुमार छंगाणी ने अतिथियों का ओपरणा माला तथा नवीन बोड़ा ने साफा बांधकर स्वागत किया तथा रमक झमक अध्यक्ष प्रहलाद ओझा 'भैरुं' स्वस्तिवाचन व तिलक किया तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया। रमक झमक अध्यक्ष प्रहलाद ओझा 'भैरुं' ने कहा कि तीन दिनों तक 1 से 4 बजे तक सावा रंग दर्शन आम लोगों के लिये खुला रहेगा तथा रंग दर्शन में चित्र प्रदर्शनी व वस्तुएं तथा साफा पाग उपलब्ध कराने में सहयोग करने वालों का एवं रंग प्रतिभाओं अभिनन्दन किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story