गहलोत और धारीवाल की मूर्ति लगाना गलत, दोषी अधिकारियों को नहीं बख्शेंगे : यूडीएच मंत्री
कोटा, 17 जनवरी (हि.स.)। एक दिवसीय दौरे पर बुधवार को आए यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि कोटा में हुए विकास कार्यों के संबंध में उन्हें कई शिकायतें मिल चुकी हैं। यहां तक कि अभी भी शिकायत का क्रम जारी है। सभी की जांच करवाई जाएगी। उन्होंने चंबल के हेरिटेज रिवरफ्रंट पर पूर्व मंत्री शांति धारीवाल और पूर्व मुख्मयंत्री अशोक गहलोत की मूर्ति लगाना गलत है। इससे जुड़े अधिकारियों को नहीं छोड़ा जाएगा।
यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने बुधवार को कोटा दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि चंबल के हेरिटेज रिवरफ्रंट पर पूर्व मंत्री शांति धारीवाल और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मूर्ति लगाना पूरी तरह से अनियमित और गलत है। इस तरह के काम करने वाले लोगों को भी कोटा की जनता ने जीता दिया। लगता है कोटा की जनता उनके बहकावे में आ गई थी। जिस विषय में मुझे शिकायत मिलती है, मैं पहले अपने स्तर पर जानकारी जुटाता हूं। उसके बाद अधिकारियों से पूछता हूं व मीटिंग भी करता हूं। मेरी उपलब्ध करवाई गई जानकारी मैं कोई अंतर होता है, तो फिर उसी के मुताबिक आगे कार्रवाई करता हूं।
खर्रा ने कहा कि कोटा पहली बार आया हूं, मुझे भी पता है कि शिकायत यहां की बहुत है। कुछ शिकायतें मेरे पास पहुंची भी है। पहले आज अधिकारियों से बात करके उनका स्पष्टीकरण लूंगा। पूर्व मंत्री का शहर है व विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। इसके साथ ही झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि शांति धारीवाल ने पूरे प्रदेश का पैसा कोटा में लाकर लगाया है। राजस्थान के बाकी नेताओं का हक मार के उन्होंने काफी पैसा कोटा में लगाया है, उसका कितना सदुपयोग हुआ है, यह जानकारी लूंगा।
इससे पहले पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के नेतृत्व में नयापुरा कार्यालय पर खर्रा का स्वागत किया गया। इस दौरान कई कार्यकर्ताओं ने उन्हें कोटा में बीते शासन में हुई अनियमितताओं का हवाला भी दिया। इसके अलावा विस्थापन में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लाभ देने का आरोप लगाया। इसके बाद खर्रा सर्किट हाउस पहुंचे जहां पर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी रामबाबू के नेतृत्व में उनका स्वागत किया गया। इसके बाद वे जिला परिषद के सभागार में अधिकारियों की बैठक लेने पहुंच गए।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित
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