दलित बच्चे की मौत के बाद सुराणा में नेताओं का तांता, कांग्रेस ने किया 20 लाख देने का ऐलान
जालोर/जयपुर, 16 अगस्त (हि.स.)। टीचर की कथित पिटाई से जालोर के छात्र इंद्र मेघवाल की मौत के मामले में राजनीति चरम पर है। पीड़ित परिवार से मिलने के लिए नेताओं का भी सुराणा गांव पहुंचने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को सुराणा गांव पहुंचकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता छात्र के परिजनों को देने की घोषणा की हैं।
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, मंत्री गोविंद मेघवाल, राज्य मंत्री अर्जुन बामणिया, जनअभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर मंगलवार दोपहर करीब एक बजे पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। इस दौरान डोटासरा ने आश्वासन दिया कि परिवार को उचित मुआवजा दिया जाएगा। वापस जाते समय सभी लोग 36 कौम के धरने पर पहुंचे। यहां उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। दोषी को सजा दी जाएगी और निर्दोष लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। डोटासरा के पहुंचने के करीब 15 मिनट बाद बारां-अटरू विधायक पानाचंद मेघवाल पहुंचे। मेघवाल ने कहा कि जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं होती, इस्तीफा वापस नहीं लूंगा।
मंत्री भजनलाल जाटव, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी शाम को सुराणा गांव पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत में पायलट ने घटना की निंदा करते हुए जातिगत भेदभाव को राजस्थान के हित में नहीं बताया। उन्होंने स्कूल की मान्यता रद्द करने के साथ भेदभाव मिटाने के लिए सामाजिक समरसता पर भी जोर दिया। इससे पहले जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव सुबह पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और परिवार वालों से बात की। राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष और राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस जीके व्यास ने भी दोपहर 2 बजे सुराणा पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
जैसलमेर कांग्रेस विधायक रूपाराम धनदेव और पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल मंगलवार सुबह 8 बजे सुराणा गांव पहुंचे। उन्होंने इंद्र मेघवाल के परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। पूर्व मंत्री गोलमा देवी करीब 10.30 बजे सुराणा गांव पहुंचीं और पीड़ित परिवार से मुलाकात की। गोलमा देवी ने बताया कि सांसद किरोड़ी लाल मीणा को पुलिस ने पाली और जालोर की सीमा पर रोक दिया। इस कारण वे यहां आई हैं। गोलमा देवी ने कहा कि सरकार को हमारी मांगें माननी होंगी। उन्होंने मृतक की मां को सांसद किरोड़ी की एक महीने की सैलेरी एक लाख रुपये दिए।
सोमवार को राजस्थान सरकार के चार मंत्री सुराणा गांव पहुंचे थे और बच्चे के परिजनों से मुलाकात की। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा और जनअभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। जिले में कई नेताओं के दौरे को लेकर पुलिस विभाग ने जालोर से सुराणा तक रास्ते में भारी पुलिस फोर्स तैनात की है। साथ ही सुराणा गांव को भी पुलिस छावनी में बदल दिया है।
इधर, जयपुर में चार दलित नेता पानी की टंकी पर चढ़ गए हैं। उनकी मांग है कि सरकार मुआवजा बढ़ाए और परिवार के दो लोगों को नौकरी दें। सोमवार देर रात को टंकी पर चढ़े इन नेताओं में भीम सेना के प्रदेश अध्यक्ष रवि कुमार मेघवाल के साथ बनवारी लाल,लक्ष्मीकांत और पूर्व सरपंच भागचंद बैरवा शामिल हैं। आम आदमी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को सुराणा पहुंचकर पीडित परिवार से मुलाकात की। पार्टी के संभाग प्रभारी अशोक भाटी, जालोर-सिरोही लोकसभा प्रभारी गणेश रेबारी, लोकेश सोनगरा ने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए आश्वासन दिया हर स्तर पर आपको न्याय दिलवाने का प्रयास करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

