कारोबार की लागत कम और लालफीताशाही को कम करना सरकार की पहली प्राथमिकता : कर्नल राठौड़
जयपुर, 11 सितंबर (हि.स.)। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। जिसका नोडल विभाग बीआईपी है। इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अनय सुविधाएं मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में इस वर्ष दिसंबर में जयपुर में आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 से पहले राजस्थान सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि सरकार अगले पांच वर्षों में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद को मौजूदा 15 लाख करोड़ रुपये से दोगुना करके 30 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रही है और राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के जरिए प्रदेश में निवेश जुटाना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।
कर्नल राठौड़ ने यह भी कहा कि सरकार इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत व्यवसाय करने की लागत में कमी लाना और लालफीताशाही को कम करने का निरंतर प्रयास कर रही है, ताकि उद्योग जगत को प्रदेश में काम करने में आसानी हो।
राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के बारे में उद्योग और वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि यह ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट राजस्थान को व्यापार के लिए सबसे अधिक अनुकूल राज्यों में से एक के रूप में प्रदर्शित करने का बेहतरीन अवसर है और इसके लिए राज्य सरकार प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को निवेशक-अनुकूल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रशासनिक सुधार कर रही है। राजस्थान में पहली बार वैश्विक स्तर का इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित किया जा रहा है और इसके लिए भागीदार देशों और भागीदार अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ गठजोड़ किया जा रहा है।
कर्नल राठौड़ ने यह भी कहा कि जिस स्तर पर यह ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित किया जा रहा है, वह सरकार की प्रशासनिक इच्छाशक्ति और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार द्वारा जल्द ही कई नई नीतियां शुरू की जाने वाली हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अर्थव्यवस्था के सभी प्रमुख क्षेत्र सरकार के निवेशक-अनुकूल दृष्टिकोण के अनुरूप हों।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने कहा कि पहले ही वर्ष में ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित करने से राज्य सरकार अपने कार्यकाल के दौरान होने वाले इस तरह के अगले शिखर सम्मेलनों से पहले इन एमओयू समझौतों को धरातल पर लागू कर सकेगी और इसकी प्रगति की निरंतर समीक्षा करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा दिल्ली में हम जल्द ही इन्वेस्टर्स मीट आयोजित करने जा रहे हैं। जिसमें पहली बार हम कई देशों के राजदूतों के साथ एक राउंड टेबल आयोजित करने जा रहे हैं। हमारे पास राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 को एक शानदार बनाने के लिए आवश्यक राजनीतिक इच्छाशक्ति है।
राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 की तैयारी के लिए मुख्यमंत्री और सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी प्रदेश में निवेशकों का स्वागत करने और राज्य में उनकी निवेश परियोजनाओं की स्थापना में मदद करने के लिए कई प्रमुख घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक केंद्रों का दौरा कर रहे हैं।
इसी सिलसिले में उद्योग और वाणिज्य मंत्री कर्नल राठौड़ के नेतृत्व में राज्य सरकार का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल 16 सितंबर से 20 सितंबर तक संयुक्त अरब अमीरात और कतर का दौरा करेगा। इस दौरान इन देशों में आयोजित इन्वेस्टर्स मीट में यह प्रतिनिधिमंडल इन दोनों पश्चिम एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के निवेशकों और व्यापारिक संगठनों को राजस्थान में निवेश करने के लिए और ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में भागीदारी के लिए आमंत्रित करेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश
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