राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह का शुभारम्भ-विज्ञान के क्षेत्र में हमारे देश का महत्वपूर्ण योगदान
बीकानेर, 13 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीसी) द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, बीकानेर के सहयोग से आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का सोमवार को केन्द्र-सभागार में शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर वैज्ञानिक वार्ता एवं वैज्ञानिक प्रदर्शनी कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, बीकानेर, राजुवास, बीकानेर तथा अन्य कॉलेजों के विज्ञान संकाय से जुड़े लगभग 50 से अधिक विद्यार्थियों, अनुसंधानकर्ताओं, अध्यापकों, वैज्ञानिकों आदि ने सक्रिय सहभागिता निभाईं।
उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त जिला कलक्टर ओमप्रकाश ने कहा कि विज्ञान का जीवन में विशेष महत्व है क्योंकि यह विषय वस्तु को अन्धविश्वास आदि से परे रखते हुए उसे प्रमाणिकता प्रदान कराता है। उन्होंने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में हमारे देश का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, आज से लगभग 92 वर्ष पूर्व हमारे देश के सर सी.वी.रमन को नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। साथ ही वैज्ञानिक सोच विकसित करना, हमारे देश के संविधान के मौलिक कर्त्तव्यों के रूप में भी उल्लेखित है।
इस अवसर पर केन्द्र के निदेशक एवं कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ.आर्तबन्धु साहू ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि विज्ञान के साथ हमारे जीवन की प्रत्येक प्रक्रिया जुड़ी हुई हैं । डॉ.साहू ने कहा कि परिवर्तित परिदृष्य में इस धरती पर जीवन यापन के दौरान अनेक प्रकार की समस्याएं एवं चुनौतियां सामने आ रही हैं परंतु मानव जीवन की श्रेष्ठता को आधार मानते हुए यहां विचरण करने वाले सभी जीव-जंतुओं आदि को साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि हमें विज्ञान एवं विकास के तहत प्रकृति प्रदत्त संसाधनों के दोहन को रोकने के बारे में विचार करना चाहिए। विज्ञान दिवस मनाए जाने के अवसर को डॉ.सी.वी.रमन की वैज्ञानिक उपलब्धियों से जोड़ते हुए उन्होंने सभी विषयों में विशेष ज्ञान रूपी विषय ‘विज्ञान‘ के विद्यमान (समाहित) होने की बात कहीं।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/संदीप
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