मोरों की मौतों से लूणी में फैली सनसनी
- पेड़ और जमीन पर बिखरे मिले अवशेष, ग्रामीणों में आक्रोश
जोधपुर, 02 जून (हि.स.)। लूणी में अलग-अलग गांवों में पिछले दो दिनों से हो रही मोरों की मौतों से सनसनी फैल गई है। यहां दो दिनों में 17 से ज्यादा मोरों की मृत्यु हो चुकी है। मोरों की मौतों का कारण पता नहीं चल पाया है। उनकी मौतों को लेकर ग्रामीणों ने आक्रोश जताया है। रविवार को भी रेंदड़ी गांव में करीब दस मोर मृत पाए गए। उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का स्पष्ट कारण पता चल सकेगा।
लूणी क्षेत्र में पिछले दो दिनों में अलग-अलग स्थानों पर अज्ञात बीमारी से 17 से अधिक मोर की मौत हो गई। सतलाना कृष्ण खेड़ा में शनिवार को सात मोर की मौत हो गई थी। उसके दूसरे दिन भी यह सिलसिला जारी रहा। इधर रेंदड़ी गांव में एक साथ 8 से 10 मोर की मौत हो गई। इन सभी मोर की मौत के पीछे गर्मी को कारण माना जा रहा है। यहां गांव के तालाब के पास, पेड़ों और जमीन पर मृत मोरों के अवशेष फैले हुए है। रविवार को मोरों की मौत की सूचना के बाद काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। इधर मामले की जानकारी मिलने के बाद लूणी पुलिस भी मौके पर पहुंची।
एक ग्रामीण ने बताया कि रेंदड़ी गांव में एक मोर का शव सुरक्षित मिला है। वहीं अन्य मोर के पंखे और उनके अंग आंख, हड्डियां, पैर मिले है। मृत मोरों के अंगों को ढूंढकर एकत्रित किया गया है। एक मोर का शव और बाकी मोर के अंग और पंख कपड़े में सिमटकर लूणी पुलिस मौजूदगी में लूणी वन्य जीव उपचार केंद्र लाया गया। वहां पर चौकीदार को सुपुर्द किया। मोर के शव को पोस्टमार्टम के लिए जोधपुर भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण सामने आएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/प्रभात
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