श्री हनुमत महायज्ञ का विशाल आयोजन 17 अप्रैल से सुनसुरी नेपाल में
जयपुर, 24 फ़रवरी (हि.स.)। जगद्गुरु श्री रामानंदाचार्य सेवा पीठ बाराह क्षेत्र चतरा धाम सुनसुरी नेपाल से स्वामी रामकृष्ण आचार्य महायोगी सिद्ध बाबा के जयपुर आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। वे यहां अपने शिष्यों के साथ अप्रेल में नेपाल में आयोजित होने वाले हनुमत महायज्ञ का छोटी काशी में संतों-महंतों और भक्तों को निमंत्रण देने पहुंचे। सियाराम बाबा की बगीची ढहर के बालाजी के महंत हरिशंकर वेदांती महाराज ने बताया कि नेपाल की जगद्गुरु रामानंदाचार्य सेवा पीठ की ओर से हनुमत महायज्ञ का विशाल आयोजन 17 से 23 अप्रैल 2024 तक वाराह क्षेत्र चतरपुर धाम सुनसुरी नेपाल में आयोजित होगा।
इस विशाल आयोजन के लिए राजस्थान के संतों-महंतों और भक्तों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामकृष्ण आचार्य महायोगी सिद्ध बाबा तारक ब्रह्मपीठ नेपाल से जयपुर आए। सियाराम बाबा की बगीची ढेहर के बालाजी में उनके आगमन पर महाराज जी का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर समाजसेवी धर्मप्रेमी चंद्र महेश झालानी, रुपेश शर्मा, पंकज शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। वेदांती महाराज ने बताया की तारक ब्रह्मपीठ पर श्रीहनुमद महायज्ञ का भव्य आयोजन के दौरान अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सनातन धर्म ध्वज के संवाहक बागेश्वर धाम सरकार द्वारा 17 से 23 अप्रैल तक हनुमत कथा का वाचन किया जाएगा।
आयोजन से जुड़े चंद्र महेश झालानी ने बताया कि हनुमत महायज्ञ में 1100 साधकों की ओर से एक अरब मंत्रों का जाप किया जाएगा। उसके उपरांत 108 कुंडीय यज्ञशाला में दस करोड़ आहुतियां दी जाएगी। जो श्री हनुमत प्राकट्य उत्सव पर पूर्ण होगी। कार्यक्रम के दौरान 19 अप्रैल को विशाल संत सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास महाराज, रेवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज, चित्रकूट से रामोदराचार्य महाराज, वृंदावन से नामा पीठाधीश्वर सुतिक्छन महाराज, बाहुबली पीठाधीश्वर बलदेव दास महाराज, महामंडलेश्वर रामदयाल दास महाराज, ब्रज राजमोहन शरण देवाचार्य महाराज त्रिवेणी धाम से त्रिवेणी धाम से राम रिछपाल दास महाराज, राम रतन दास महाराज, सियाराम बाबा की बगीची देर के बालाजी से महंत हरिशंकर दास वेदांती महाराज सहित अनेकों संत-महंत भक्तगण महायज्ञ में भाग लेंगे। इस अवसर पर स्वामी रामकृष्ण आचार्य महाराज ने एकमात्र हिंदू राष्ट्र नेपाल की भूमि पर षडयंत्र पूर्वक धर्म परिवर्तन कराए जाने पर चिंता व्यक्त की। अपने उद्बोधन में बताया कि सनातन की रक्षा के लिए यह विशाल आयोजन नेपाल की भूमि पर किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप
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