धुलंडी पर होली के रंग के बजाय अध्यात्म के रंग में डूबा शाहपुरा
शाहपुरा, 25 मार्च (हि.स.)। आज जब पूरा देश होली के सतरंगे रंगो में सरोबार रहा वहीं शाहपुरा जिला मुख्यालय के वाशिन्दें यहां अध्यात्म के रंग में डूबे नजर आये। यहां धुलंडी पर रंग नहीं खेला जाता है। शाहपुरा के वाशिंदे ने रामस्नेही संप्रदाय के संस्थापक महाप्रभु स्वामी रामचरण महाराज की अणभैवाणी की शोभायात्रा के संग रामनाम सुमिरन व निर्गुणी भजन गायन के रंग में डूबे रहे।
सोमवार फूलडोल महोत्सव की पहली शोभायात्रा निकली। यह महोत्सव 30 मार्च तक अनवरत चलेगा। प्रतिदिन अणभैवाणी ग्रंथ की शोभायात्रा निकलेगी। समापन संप्रदाय के आचार्यश्री के चार्तुमास की घोषणा के साथ होगा।
शाहपुरा में रामस्नेही संप्रदाय के वार्षिक फूलडोल का मुख्य महोत्सव का आज धुलंडी के दिन से ही आगाज हो गया है। यह महोत्सव यों तो पांच दिन का होता है पर इस बार छह दिन का हो रहा है। यह महोत्सव रंग पंचमी तक चलेगा। पहले दिन ही रामानिवास धाम में संप्रदाय के पीठाधीश्वर आचार्यश्री रामदयालजी महाराज के दर्शन करने के साथ आर्शीवाद प्राप्त करने वालों की कतार लगी। महोत्सव के दौरान देशभर के रामस्नेही संत एक साथ शाहपुरा में एकत्र होना प्रांरभ हो गये है।
संप्रदाय की परंपरा के मुताबिक आज नया बाजार स्थित राममेडिया से अणभैवाणी की शोभायात्रा निकाली गई। अणभैवाणी संस्थापक आचार्य महाप्रभु रामचरणजी महाराज के अनुभवों का मुख्य ग्रंथ है। शोभायात्रा धाम रामनिवास धाम पहुंच कर बाद में धर्मसभा में परिवर्तित हो गई। यह शोभायात्रा महोत्सव के प्रतिदिन निकाली जाती है। इससे पूर्व होलिका दहन की रात्रि में जागरण की परंपरा में आचार्यश्री संतो के साथ शोभायात्रा के रूप में सूरजपोल से रवाना होकर रामनिवास धाम में स्थित रामकोठी परिसर में बनाए गए विशाल पांडाल में पंहुचे। पगमंडे बिछाकर बैंडबाजों के साथ विशाल शोभयात्रा निकाली गई। इस मौके पर आचार्यश्री ने भक्त प्रहलाद चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए फूलडोल महोत्सव पर प्रकाश डाला। रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर आचार्य रामदयाल महाराज ने फूलडोल महोत्सव को रामस्नेही अनुरागियों का महाकुभ बताते हुए कहा कि यहां आकर संत दर्शन, धाम दर्शन करके तथा भजन आराधना करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
उल्लेखनीय है कि देश भर में जहां आज धुलंडी पर रंगों का पर्व मनाते है वहीं पिछले 254 वर्षो से शाहपुरा में धुलंडी पर अध्यात्म का रंग प्रांरभ होता है। गुलाबी पताकाओं से अटा रामनिवास धाम सभी को आकर्षित कर रहा है। नगर पालिका की ओर से मेला परिसर में अस्थाई दुकाने लगायी है। जिला पुलिस व जिला प्रशासन ने माकूल बंदोबश्त किये है।
हिन्दुस्थान समाचार/मूलचन्द पेसवानी/ईश्वर
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