शाहपुरा में दूसरे दिन भी जोरदार बारिश, बस्तियों में पानी भरा, दाे इंच बारिश दर्ज
भीलवाड़ा, 27 जुलाई (हि.स.)। शाहपुरा में शनिवार को दूसरे दिन भी जोरदार बारिश का दौर जारी रहा। देर सांय लगभग तीन घंटे तक चली लगातार बारिश से शहर के मुख्य बाजार और रामद्वारा के बाहर पानी भर गया। नगर परिषद के कर्मचारियों की तीन दिन से चल रही हड़ताल के कारण नालियों में कचरा जमा हो गया, जिससे कई जगहों पर दिक्कतें उत्पन्न हुईं। शनिवार को सांय 4 से 8 बजे तक जिला मुख्यालय पर 50 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। निकटतर्वी नाहर सागर बांध पर भी इस अवधि में 45 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है। लगातार बारिश के कारण लोगों की आवाजाही ही रुक गयी। नगर परिषद की सफाई व्यवस्था के दावों की पोल खुल गई है, क्योंकि कई जगह नाले और नालियों में कचरा का ढेर दिखाई दे रहा है। सफाईकर्मियों की हड़ताल के चलते परेशानी और बढ़ गई है। शहर के मुख्य बाजारों में सड़के पानी में डूबी हुई हैं और यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है। व्यापारियों और स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शाहपुरा के मुख्य बाजार और रामद्वारा के बाहर तथा पुराने बस स्टेंड के अलावा हरिजन बस्ती में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है। पानी के जमाव के कारण लोगों की आवाजाही में भारी परेशानी हो रही है। मुख्य बाजार में दुकानों के सामने पानी भर जाने से व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ा।
नगर परिषद के कर्मचारियों की तीन दिन से चल रही हड़ताल के कारण सफाई कार्य ठप पड़ा है। नालियों में कचरा जाम हो गया है और बड़े नालों में भी कचरा फंस जाने से पानी की निकासी में बाधा उत्पन्न हो रही है। इससे शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है।
शनिवार को देर सांय लगातार तीन घंटे से अधिक समय तक हुई बारिश के कारण लोगों की आवाजाही ठप हो गई है। कई स्थानों पर वाहन फंस गए और यातायात जाम हो गया। कच्ची बस्तियों तथा बाहर की बस्तियों में पानी भर गया है जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कत आ रही है। कोटड़ी रोड़ कहार मोहल्ला के निवासी राजेश कुमार ने बताया कि जलभराव के कारण उन्हें अपने घर से बाहर निकलने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। शहर में जलभराव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए कुछ तात्कालिक कदम उठाए हैं। नगर परिषद के सभापति रघुनंदन सोनी ने बताया कि हड़ताल के बावजूद प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है और जलभराव की समस्या को जल्द से जल्द हल करने का प्रयास कर रहा है।
नगर परिषद की हड़ताल के कारण शहर में कचरा प्रबंधन की कमी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। नालियों में कचरा जमा हो जाने से पानी की निकासी में बाधा उत्पन्न हो रही है, जिससे जलभराव की स्थिति और गंभीर हो गई है। प्रशासन ने समस्या का समाधान निकालने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार किया है। नगर परिषद के सभापति ने सफाई कर्मचारियों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द काम पर लौटें ताकि शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके और जलभराव की समस्या को हल किया जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / मूलचंद / संदीप
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