हैडकांस्टेबल बाबूलाल के परिजनों ने किया एसएमएस मुर्दाघर के बाहर प्रदर्शन
- दो करोड़ रुपये का मुआवजा, दो लोगों को नौकरी सहित अन्य मांग पर अड़े परिजन
जयपुर, 23 अगस्त (हि.स.)। भांकरोटा थाना इलाके में चौकी में फांसी का फंदा लगाकर हैडकांस्टेबल बाबूलाल के आत्महत्या करने के मामले में शुक्रवार को परिजनों के साथ कई अन्य संगठनों ने भी प्रदर्शन किया है। हैडकांस्टेबल बाबूलाल के परिजनों ने एसएमएस अस्पताल में मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन किया और 2 करोड़ रुपये का मुआवजा दिए जाने, दो लोगों को नौकरी लगाने के साथ दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। परिजन अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए है। परिजन मांगे पूरी होने तक शव नहीं लेने पर अड़े हुए है।
इसके अलावा बगरू विधानसभा से आरएलपी विधायक प्रत्याशी ताराचंद बैरवा और युवा मंडल जयसिंहपुरा के अध्यक्ष महेश बागड़ा शुक्रवार को थाने पहुंचे और प्रदर्शन कर विभिन्न मांगों का ज्ञापन दिया। हेड कांस्टेबल बाबू लाल बैरवा को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करवाने एवं परिजन को सरकारी नौकरी दिलवाने मांग सहित अन्य मांगों का ज्ञापन दिया।
गौरतलब है कि डीसीपी वेस्ट कार्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल बाबू लाल ने गुरुवार को भांकरोटा थाने की अस्थाई चौकी में केबल से पंखे के फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। जमीन पर कब्जे के मामले में 8-10 महीने पहले भांकरोटा थानाधिकारी चैनाराम, एएसआई और हेड कांस्टेबल बाबूलाल को सस्पेंड कर दिया। हाल ही हेड कांस्टेबल को बहाल करने के बाद उसकी ड्यूटी डीसीपी कार्यालय में लगाई थी। बाबूलाल के पास थाने के मालखाने का भी चार्ज था। बाबू लाल को दो-तीन माह पहले ही बहाल किया गया था। बाबू लाल ने 6 पेज का सुसाइड नोट लिखा है। सुसाइड नोट में तीन पुलिसकर्मी और एक कथित पत्रकार पर उसे आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश / संदीप
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