नववर्ष के प्रथम दिन गोविन्द देवजी देंगे लगभग नौ घंटे दर्शन
जयपुर, 27 दिसंबर (हि.स.)। नव अंग्रेजी वर्ष 2026 के पहले दिन ण्क जनवरी को जयपुर के आराध्य देव गोविन्द देवजी के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु मंदिर पहुंचेंगे। परंपरा के अनुसार नववर्ष के पहले दिन बड़ी संख्या में भक्त अपने दिन की शुरुआत श्री गोविन्द देवजी महाराज के दर्शन से करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए गोविन्द देवजी मंदिर प्रबंधन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं, ताकि दर्शन सुगम, सुरक्षित एवं व्यवस्थित रूप से संपन्न हो सकें। नववर्ष के अवसर पर विभिन्न झांकियों के दर्शन समय में वृद्धि की गई है। इस दिन ठाकुर जी 8 घंटे 45 मिनट तक भक्तों को दर्शन देंगे। श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर प्रत्येक झांकी में 15 से 30 मिनट तक अतिरिक्त समय बढ़ाया जा सकता है, जिससे अधिक से अधिक भक्त दर्शन का लाभ प्राप्त कर सकें।
झांकी एवं दर्शन समय :
मंगला झांकी : प्रातः 04.00 से 06.30 बजे (2 घंटे 30 मिनट)
धूप झांकी : प्रातः 07.00 से 08.45 बजे (1 घंटा 45 मिनट)
श्रृंगार झांकी : प्रातः 09.30 से 10.15 बजे (45 मिनट)
राजभोग झांकी : प्रातः 10.45 से 11.45 बजे (1 घंटा)
ग्वाल झांकी : सायं 04.45 से 05.15 बजे (30 मिनट)
संध्या झांकी : सायं 05.45 से 07.15 बजे (1 घंटा 30 मिनट)
शयन झांकी : रात्रि 07.45 से 08.30 बजे (45 मिनट)
दर्शन व्यवस्था
दर्शनार्थियों का प्रवेश केवल मंदिर के मुख्य द्वार से ही होगा। जय निवास बाग से प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। मंदिर में जूता-चप्पल खोलने की कोई व्यवस्था नहीं होगी तथा नि:शुल्क जूता-घर भी बंद रहेगा। श्रद्धालु जूता-चप्पल सहित मंदिर के बाहर बने रैंप से तथा बिना जूता-चप्पल मंदिर छावन से दर्शन कर सकेंगे। दर्शन उपरांत सभी श्रद्धालु बड़ी परिक्रमा करते हुए मंदिर के मुख्य द्वार से बाहर निकलेंगे। कंवर नगर एवं ब्रह्मपुरी की ओर से आने वाले श्रद्धालु जय निवास उद्यान–जनता मार्केट मार्ग से प्रवेश कर दर्शन के बाद श्री चिंताहरण हनुमानजी की ओर से निकास कर सकेंगे।
स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी अपील:
मंदिर प्रशासन ने हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, दमा अथवा अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित श्रद्धालुओं से अत्यधिक भीड़ को देखते हुए मंदिर न आने की अपील की है। सुरक्षा कारणों से कीमती सामान, बैग, थैला, लेडीज पर्स एवं आभूषण साथ न लाने का अनुरोध किया गया है। श्रद्धालुओं से पानी की बोतल साथ रखने की भी अपील की गई है। मंदिर परिसर या आसपास किसी भी संदिग्ध व्यक्ति अथवा लावारिस वस्तु के दिखाई देने पर तुरंत मंदिर प्रशासन या पुलिस को सूचित करने का आग्रह किया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

