हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र में रही गोपाष्टमी की धूम :सजाई गई गायें और रहा विशेष गो पूजन
जयपुर, 20 नवंबर (हि.स.)। भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए पवित्र कार्तिक मास का विशेष महत्व है और कार्तिक मास में गोपाष्टमी पर्व पर गायों के पूजन से विशेष पुण्य मिलता है। इसलिए छोटी काशी की सबसे बड़ी गौशाला हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र में सोमवार को गोपाष्टमी पर्व धूम-धाम से मनाया गया। हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र में गायों को भी सजाया गया एवं पूजन किया गया। भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय गायों के पूजन के लिए बहुत सारे लोग हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र पहुच कर गायों का पूजन किया।
केंद्र के प्रभारी रघुपति दास ने बताया कि गोपाष्टमी पर्व पर अनेक गायों को हिंगोनिया गौशाला में रंग-बिरंगे पोशाक से सजाया गया और उन्हें सुसज्जित किया गया। गायों का पूजन करने के लिए शहर के लोग हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र पहुचे।
गोपालको का किया गया सम्मानित
उन्होंने बताया कि गौशाला की सेवा साल भर करने वाले गोपालकों का सम्मान होगा। पुराणों एवं धार्मिक ग्रंथो में गोपाष्टमी के दिन गौशाला की सेवा करने को विशेष पुण्यकारी कार्य बताया गया है। इसलिए गोशाल प्रबंधन की ओर से उन्हें सर्दी के मौसम को देखते हुए जूते एवं अन्य सामग्री भी भेंट की गयी। इसके बाद गोपालकों को भोजन प्रसादी वितरण किया गया।
गायों के साथ मना रहे है अपना जन्मदिन
गोपाष्टमी पर्व पर गायों के बीच जाकर जन्मदिन मनाने का भी विशेष महत्व है। इसलिए शहर के कुछ लोग अपने परिजनों, बच्चों के साथ हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र पहुंचे और बच्चों का जन्मदिन वहां उत्साह से मनाया।
इस अवसर पर गो निर्मित उत्पादों की विशेष स्टॉल भी लगाये गए। उन्होंने बताया कि गोपाष्टमी पर लोग उत्साह के साथ गो निर्मित उत्पादों की खरीदारी करते हैं। इसलिए गोशाला में ऐसे कुछ काउंटर लगाए गए जिन पर गो निर्मित सामग्रियों की बिक्री हुई।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर
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