श्रीगलता पीठ में मनाए जा रहे ब्रह्मोत्सव के चौथा दिन: दिव्य महोत्सव में हजारों श्रद्धालु हुए शामिल
जयपुर, 24 नवंबर (हि.स.)। उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ उत्तर तोदाद्रि गलताजी में गलतापीठाधीश्चर स्वामी अवधेशाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में ब्रह्मोत्सव के चौथे दिन भगवान का कल्याणोत्सव मनाया गया। श्री गलता पीठ के युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि कल्याणोत्सव में भगवान श्रीनिवास का विवाह श्रीदेवी के साथ विद्वानों द्वारा वैदिक विधि मंत्रोच्चार के साथ किया गया।
इस अवसर पर भगवान श्रीनिवास दक्षिण भारत में विशेष रूप से बनवाए गए शेष वाहन में विराजमान हुए एवं अम्मा जी स्वर्ण मंगलगिरी युक्त पालकी में विराजमान हुई। विभिन्न चालों ( सर्प, गज, सिंह आदि) से मालपलटन किया गया। जिसमें भगवान की माला अम्मा जी को धारण कराई गई एवं अम्मा जी की माला भगवान को धारण कराई गई।
उल्लेखनीय है कि इस उत्सव के दर्शन मात्र से जीव का कल्याण होता है, इसीलिए इसे कल्याणोत्सव कहते हैं। भगवान के विवाह के हजारों श्रद्धालुजन साक्षी बने। भगवान और अम्मा जी ने दक्षिण भारत से मंगवाए गए वस्त्र, आभूषण व मालाएं धारण कीं। भगवान और अम्मा जी के इस दिव्य एवं अति आकर्षक दर्शन से सभी भक्तजन भाव–विभोर हो गए। विवाह में दक्षिण भारतीय आभूषण व वस्त्र रखे गए। सीताराम जी मंदिर प्रांगण में भगवान रघुनाथ सन्निधि के समक्ष विराजमान हुए। गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य जी ने भगवान की कुम्भ आरती की। जिसके बाद सभी भक्तों ने तीर्थ प्रसाद ग्रहण किया। 26 नवम्बर को भंडारे का आयोजन होगा। इस भंडारे में बिहारी जी मंदिर के महन्त नरेन्द्र महाराज, सचिन महाराज का विशेष सहयोग रहेगा। इसके अतरिक्त सैंकड़ों की संख्या में धर्मप्राण भागवतजन भंडारे में व्यवस्था के लिए अपनी सेवाएं देंगे। भंडारे में 20 टन से भी अधिक सामग्री का प्रयोग किया जाएगा। जिसमें चीनी, आटा, बेसन, सूजी, सब्जियां, तेल, घी, दूध, मावा, मेवे, आदि प्रमुख हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप
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