ग्राम पंचायतों में पुस्तकालय खोलने और संविधान केन्द्र बनाने का फैसला बदलने को गहलोत ने बताया अदूरदर्शी निर्णय

ग्राम पंचायतों में पुस्तकालय खोलने और संविधान केन्द्र बनाने का फैसला बदलने को गहलोत ने बताया अदूरदर्शी निर्णय
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ग्राम पंचायतों में पुस्तकालय खोलने और संविधान केन्द्र बनाने का फैसला बदलने को गहलोत ने बताया अदूरदर्शी निर्णय


जयपुर, 24 जून (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी पुस्तकालय एवं संविधान केन्द्र बनाने के फैसले को बदलने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की आलोचना की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं अदूरदर्शी फैसला है।

उन्होंने लिखा कि हमारी सरकार ने राजस्थान की सभी ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी पुस्तकालय एवं संविधान केन्द्र बनाने का फैसला किया था जिससे राजस्थान में भी केरल जैसा लाइब्रेरी मूवमेंट चल सके और राजस्थान में बच्चे, युवा एवं बुजुर्ग सभी वर्गों में ज्ञान का प्रसार हो सके। लेकिन वर्तमान सरकार ने इस योजना को बन्द करने का फैसला किया है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं अदूरदर्शी फैसला है। उन्होंने लिखा कि क्या राजस्थान के हर ग्राम पंचायत में लाइब्रेरी खोले जाने से किसी को भी कैसे आपत्ति हो सकती है? मुख्यमंत्री भजनलाल को इस पर ध्यान देना चाहिए कि किस तरह सभी के हित और राजस्थान के भविष्य की योजनाओं को बन्द किया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

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