गीता जयंती: हरे कृष्ण मूवमेंट ने किया बुक मैराथन और गीता कांटेस्ट का शुभारम्भ

गीता जयंती: हरे कृष्ण मूवमेंट ने किया बुक मैराथन और गीता कांटेस्ट का शुभारम्भ
WhatsApp Channel Join Now
गीता जयंती: हरे कृष्ण मूवमेंट ने किया बुक मैराथन और गीता कांटेस्ट का शुभारम्भ


जयपुर, 3 दिसंबर (हि.स.)। श्रील प्रभुपाद की शिक्षाओं के ज्ञान का पूरे विश्व में प्रचार करने के लिए गीता जयंती के अवसर पर हरे कृष्ण मूवमेंट की ओर से बुक मैराथन का आयोजन किया जा रहा है। यह मैराथन पूरे 2 महीने चलेगी । जिसमे मंदिर से जुड़े भक्त श्रद्धाभाव से गुरु सेवा के लिए घर-घर तक श्रील प्रभुपाद जी की किताबे वितरण कर भगवद गीता का प्रचार करेंगे। इस बुक मैराथन के ज़रिए अनेक स्वयं सेवक भक्त वैदिक ज्ञान को जन जन तक पहुंचाने के लिए भक्तिवेदांता बुक ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित पुस्तकों का वितरण करेंगे। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी लोग पूरे उत्साह से इस मैराथन में भाग लेंगे और लगभग एक लाख से ज़्यादा पुस्तकें वतरित होंगी।

हरे कृष्णा मूवमेंट में बुक मैराथन के साथ ही श्रीमद्भागवत गीता के अध्याय 1 से 6 पर आधारित गीता कॉन्टेस्ट का रजिस्ट्रेशन प्रारंभ हो गया है जो कि 28 फरवरी तक चलेगा। परीक्षा प्रतियोगिता 5 मई को आयोजित की जाएगी। गीता कॉन्टेस्ट प्रतियोगिता में विजेताओं को प्रथम पुरस्कार 11 हजार, द्वितीय पुरस्कार 5 हजार 100, तृतीय पुरस्कार 2 हजार 100 दिए जाएंगे। गीता कांटेस्ट में लगभग 5000 भक्तों ने भाग लेने का संकल्प लिया है।

बुक मैराथन और गीता कांटेस्ट के साथ ही हरे कृष्ण मूवमेंट के हेरिटेज फेस्ट के रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो गई है। जिसका उद्देश्य है स्कूल के बच्चों को हमारे धर्म और संस्कृति से जोड़ना। हरे कृष्ण मूवमेंट के हेरिटेज फेस्ट में अलग अलग स्कूलों के बच्चे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है और अपनी विभिन्न प्रतिभाओं का परिचय देते हैं। ड्राइंग, पेंटिंग और निबंध लेखन द्वारा बच्चे अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।

श्री कृष्ण बलराम मंदिर के अध्यक्ष अमितासन दास ने बड़े हर्ष से कहा कि यह बुक मैराथन श्री सनातन संस्कृति एवं धर्म का पूरे विश्व में प्रचार करने के लिए विश्वव्यापी हरे कृष्ण मूवमेंट श्रील प्रभुपाद की प्रेरणा से कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा की 5000 वर्ष पहले भगवान श्री कृष्ण ने गीता का ज्ञान दिया और आज पूरे विश्व में श्रीमद्भागवत गीता 87 भाषाओ में पढ़ी जा रही है। जो हमारे भारतवर्ष के लये बड़े ही गर्व की बात है। उन्होंने कहा की श्रील प्रभुपाद की किताबें पूरे विश्व मैं मानव जाती के कल्याण के लिए हैं। वो हमें सीधे भगवान् से जोड़ती हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story