जिला स्तरीय गांधी शिल्प बाजार का शुभारंभ
जोधपुर, 3 अगस्त (हि.स.)। जिला स्तरीय गांधी शिल्प बाजार का शुभारंभ हुआ। केन्द्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय के मार्केर्टिग योजनान्तर्गत सात दिवसीय प्रदर्शनी का जय भैरव वेलफेयर सोसायटी के माध्यम से आयोजन किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि आशीष वर्मा, मीडिया और संचार अधिकारी, डॉ अजय वर्धन आचार्य, वरिष्ठ सहायक क्षेत्रीय निदेशक, इग्नु, जोधपुर और टी.एल. पाराशर, ट्रेनिंग ऑफिसर, एन.एस.टी.आई, जोधपुर द्वारा सम्पन्न हुआ। इस मेले में 50 स्टॉल हस्त निर्मित उत्पादों की लागाई गई है।
इस अवसर पर आशीष वर्मा ने सभी दस्तकारों द्वारा लगाई स्टॉलों का भ्रमण कर उन्हे आगे प्रोत्साहन के लिए उनके उत्पादन में नवीनीकरण के बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने बताया कि भारत हस्तशिल्प का सर्वोत्कृष्ट केन्द्र माना जाता है, भारत में दैनिक जीवन की सामान्य वस्तुऐं भी कोमल कलात्मक रूप से गढी जाती है। मेले के आयोजनों से भारतीय हस्तशिल्पकारों की रचनात्मक को नया रूप प्रदान करने लगे हैं। भारत का प्रत्येक क्षेत्र अपने विशिष्ठ हस्तशिल्प को गौरवान्वित करता है। इन मेलो से कच्चा माल से विपणन की प्रोसेसिंग के बारे में जानकारी ली, नवीन डिजाईन का निर्माण एवं उसके उपयोग के बारे में जानकारी प्रदान की।
अजय वर्धन आचार्य, वरिष्ठ सहायक क्षेत्रीय निदेशक, इग्नु, जोधपुर ने बताया गया कि सरकार के सहयोग से विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत आर्टीजनों के उत्थान के लिए निरन्तर कार्य किया जा रहा है। समाज में आवश्यक उपयोगी उत्पादों के कच्चा माल की उपलब्धता और विपणन प्रक्रिया किस प्रकार से ई कॉर्मस के माध्यम से एवं मेलों के आयोजन से की जा सकती है।
टी.एल. पाराशर ने बताया कि राजस्थान कसीदाकारी एवं बंधनी काम के वस्त्रों हीरे जवाहरात जडे आभुषणों चमकते हुए नीले बर्तन और मीनाकारी के काम के लिए प्रसिद्ध है। उन्होने बताया कि कलाऐं हजारों सालों से पीढी दर पीढी पोषित होती आ रही है।
किरण वी. एन. सहायक निदेशक, (हस्तशिल्प) ने बताया कि इस गांधी शिल्प बाजार में देश के सभी कौने से आर्टीजन अपने कलात्मक उत्पादों के विपणन के लिए आये है, जिसमें अलग अलग राज्यों की कलाओं को भी प्रर्दशित कर रहे है।
आदित्य द्विवेदी, हस्तशिल्प संवर्धन अधिकारी ने बताया कि गांधी शिल्प बाजार में ज्वैलरी, पेंटिग, उस्ता क्राफ्ट, कसीदाकारी, लेदर आईटम, जुट से बने उत्पाद, ड्राय फ्लावर, लकडी के खिलौने एवं अनेक हस्तशिल्प उत्पादों का संग्रह एक ही स्थान पर मिल जायेगा। यह प्रदर्शनी 8 अगस्त तक दोपहर 12 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / इंदु / संदीप
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