त्रिलोक सिंह ने पहली बार में पाई यूपीएससी में 20वीं रैंक

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त्रिलोक सिंह ने पहली बार में पाई यूपीएससी में 20वीं रैंक


त्रिलोक सिंह ने पहली बार में पाई यूपीएससी में 20वीं रैंक


जयपुर, 22 अप्रैल (हि.स.)। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा सिविल सेवा परीक्षा 2024 का अंतिम परिणाम मंगलवार को जारी किया गया। इस परिणाम में राजस्थान के कई अभ्यर्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। जोधपुर जिले के भाखरी गांव निवासी त्रिलोक सिंह करणोत ने 20वीं रैंक हासिल कर राज्य का नाम रोशन किया है। 24 वर्षीय त्रिलोक ने पहली बार ही सिविल सेवा परीक्षा में भाग लिया और पहले ही प्रयास में यह बड़ी सफलता प्राप्त की। उन्होंने सैन्य स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है। उनके पिता सूबेदार चूनसिंह सेना से सेवानिवृत्त हैं और वर्तमान में एमजीएच अस्पताल, जोधपुर में सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं।

त्रिलोक सिंह ने बताया कि यह उनका तीसरा प्रयास था, लेकिन पहली बार इंटरव्यू देने का अवसर मिला। शुरुआत में उन्होंने एनडीए की परीक्षा दी थी, जिसमें उन्हें 232वीं रैंक मिली, परंतु मेडिकल कारणों से चयन नहीं हो पाया। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। दूसरे प्रयास में वे मेन्स तक पहुंचे और तीसरे प्रयास में इंटरव्यू दिया तथा 20वीं रैंक हासिल की। त्रिलोक इससे पहले राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा में भी चयनित हो चुके हैं, हालांकि उनका इंटरव्यू अभी होना बाकी है, लेकिन वे सिविल सेवा को प्राथमिकता देंगे।

इस वर्ष अन्य कई अभ्यर्थियों ने भी उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। दौसा कलेक्टर देवेंद्र कुमार के भाई और बहरोड़ निवासी उत्कर्ष यादव ने 32वीं रैंक प्राप्त की है। जयपुर के शास्त्री नगर निवासी दृष्टिबाधित मनु गर्ग ने 91वीं रैंक हासिल की है। जयपुर के मानसरोवर क्षेत्र निवासी आदित्य आचार्य को 96वीं रैंक मिली है। बयाना के कलसाड़ा गांव के निखिल शर्मा, जो वर्तमान में हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी में ट्रेनी आईपीएस के रूप में प्रशिक्षण ले रहे हैं, ने 104वीं रैंक प्राप्त की है।

बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ निवासी हरिओम पांडिया ने पहले प्रयास में 160वीं रैंक प्राप्त की है। सीकर जिले की घाणा गांव निवासी रेखा ने बिना किसी कोचिंग के 176वीं रैंक हासिल की, जबकि उनके पिता दोनों किडनी खराब होने की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। बहरोड़ के डवानी गांव निवासी तरुण कुमार यादव ने भी पहले प्रयास में 203वीं रैंक पाई है। चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन कस्बे से कपड़ा व्यवसायी के बेटे सिद्धार्थ पोखरना ने दूसरे प्रयास में 216वीं रैंक प्राप्त की है।

कोटा की अनुश्री, जो आईआईटी बॉम्बे से स्नातक हैं, ने अपने चौथे प्रयास में 220वीं रैंक हासिल की है। जयपुर के शाहपुरा क्षेत्र की प्रज्ञा सैनी को 367वीं रैंक और जयपुर के रिदम कटारिया को 370वीं रैंक मिली है। रिदम का यह दूसरा प्रयास था और वे वर्तमान में भारत तिब्बत सीमा पुलिस में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

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