दो विशालकाय कड़ाही में बन रहा पंद्रह हजार किलो हलुआ
बीकानेर, 31 दिसंबर (हि.स.)। नए साल के पहले दिन देशनोक स्थित विश्वप्रसिद्ध मां करणी के मंदिर में 15 हजार किलो हलुआ का भोग तोलोजी का हाटड़ा (सींथल) के मौसूण परिवार की ओर से लगाया जाएगा। सावन भादवा महाप्रसादी को बनाने का काम हालांकि शुक्रवार से शुरू हो गया था। जो रविवार शाम तक बनकर तैयार हुआ। इसे दो विशालकाय कड़ाही में बनाया गया। एक कड़ाही में नौ हजार किलो और दूसरे कड़ाह में छह हजार किलो महाप्रसादी बनाई गयी है। बनने के बाद इसे डिस्पोजल डिब्बों में पैक कर मंदिर में रखा जाएगा और वहां से ही भक्तों को महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा।
कार्यक्रम संयोजक टी.जे. ज्वैलर्स के अजय सोनी व अतुल सोनी ने बताया कि नए साल की सुबह 7 बजे पंडित नरेंद्र मिश्र महाराज करणी माता मंदिर में पूजा करेंगे। यह पूजा सुबह 9:30 बजे तक चलेगी। सुबह 9:30 बजे भोग आरती के बाद हलुआ का भोग लगाया जाएगा और उसके बाद भक्तों में प्रसाद का वितरण शुरू कर दिया जाएगा।
1700 किलो घी, 80 क्विंटल चीनी, 50 किलो आटा और एक क्विंटल मेवा का इस्तेमाल
सावन-भादवा महाप्रसादी में लगभग 1700 किलो घी, 80 क्विंटल चीनी, 50 क्विंटल आटा और एक क्विंटल मेवा का इस्तेमाल किया जा रहा है। मेवा में काजू, किशमिश, खोपरा और बादाम बराबर मात्रा में शामिल किए गए हैं। सोनी ने बताया कि सुबह से लेकर रात को 10 बजे तक प्रसाद का वितरण जारी रहेगा। इसके अलावा करणी माता के वंशजों को अलग से प्रसाद का वितरण किया जाएगा। इसमें वंशजों के प्रत्येक सदस्य को डेढ़ किलो प्रसाद वितरित किया जाएगा। इसके अलावा नेहड़ी जी मंदिर और तेमड़ाराय मंदिर में भी पूजा अर्चना होगी। महाप्रसादी अपनों और मित्रजनों के साथ-साथ माता के भक्तों को वितरित कर नए साल का स्वागत किया जाएगा। सींथल के उर्मिला देवी-किसनलाल सोनी की ओर से अपने पूर्वजों की स्मृति में यह आयोजन किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर
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