माइनर का एक हिस्सा टूटने से क्षेत्र के खेत जलमग्न, खेतों में खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद
बीकानेर, 27 जुलाई (हि.स.)। इंदिरा गांधी नहर के लूणकरनसर माइनर का एक हिस्सा टूटने से क्षेत्र के खेत जलमग्न हो गए हैं। अब तक पानी खेतों में पहुंच रहा है। नहर विभाग के आला अधिकारी दस घंटे बाद भी इससे अनभिज्ञ है। खेत में फसल बर्बाद हो गई है। कुछ डिग्गियां भी ओवरफ्लो हो गई। इंदिरा गांधी नहर के लूणकरणसर माइनर में स्थित चक तीन एलकेडी में माइनर शुक्रवार देर रात टूट गया। इसके बाद नहर का पानी लोगों के खेत में घुस गया। जिससे क्षेत्र में दस से पंद्रह खेत जलमग्न हो गए। इन खेतों में फसल खड़ी थी, जो पूरी तरह बर्बाद हो गई है। किसानों को जब नहर टूटने का पता चला तो स्थानीय अधिकारियों को सूचना दी गई। सुबह तक माइनर मरम्मत करने का काम शुरू नहीं हो पाया।
सूचना देने के करीब पांच घंटे बाद नहर विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद नहर से आ रहे पानी को बंद किया गया, लेकिन तब तक आसपास के सभी खेत जलमग्न हो गए। करीब छह घंटे तक लगातार पानी बहता रहा। लाखों लीटर पानी खेत में पहुंचने से किसानों की फसल खराब हो गई। अत्यधिक पानी आने से किसान के खेत में बनी एक डिग्गी भी टूट गई। काफी बड़ी डिग्गी में क्षमता से ज्यादा पानी भर गया, जिससे डिग्गी के किनारे में कटाव आना शुरू हो गया। आखिरकार एक तरफ का हिस्सा पूरी तरह टूट गया।
इस संबंध में इंदिरा गांधी नहर के अधिशासी अभियंता संदीप भाटी से बात की तो उन्होंने बताया कि नहर टूटने की रिपोर्ट उनके पास नहीं है। कुछ दिन पहले इसी नहर में प्लास्टिक की चादर लगाकर काम किया गया था। फिर से टूट गई है तो जल्द ठीक करवाया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव / संदीप
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