चोर रास्तों से रिंग रोड पर यमराज की एंट्री
जयपुर, 29 जनवरी (हि.स.)। जयपुर शहर में यातायात को सुगम बनाने के बनाई गई रिंग रोड पर वाहनों के सीधे प्रवेश को रोकने के लिए अब तक दो बार तारबंदी की जा चुकी है, लेकिन हर बार ग्रामीण सीधे रिंग रोड पर चढऩे के लिए सुरक्षा तार-तार कर रहे हैं। तारबंदी काटने के बाद लोग सर्विस रोड से सीधे रिंग रोड पर वाहन लेकर चढ़ और उतर जाते है। इससे रिंग रोड पर हमेशा हादसों का डर बना रहता है। निर्माण के बाद साल 2020 में दीपावली पर रिंग रोड पर यातायात शुरू किया गया था। 47 किलोमीटर रिंग रोड आगरा रोड को टोंक और टोंक रोड को सीधे अजमेर रोड से जोड़ती है। इससे भारी वाहन बिना शहर में प्रवेश किए एक हाइवे से दूसरे हाइवे पर निकल जाते है। समय रहते भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को इन एक्सीडेंट के रास्तों को बंद कर बार-बार सुरक्षा तार को काटने के मामलों पर लगाम लगानी होगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 47 किलोमीटर लम्बी रिंग रोड़ का निर्माण 1200 करोड़ रुपये खर्च कर एनएचएआई ने करवाया है। लेकिन इस बीच बसे गांवों में आने के लिए लोगों ने चोर रास्ते बना लिये। रिंग रोड पर वाहनों के सीधे प्रवेश को रोकने के लिए एनएचएआई ने लाखों रुपये खर्च कर दो बार दोनों पर तरफ तारबंदी करवाई थी, लेकिन लोगों ने इस तारबंदी को जगह-जगह से रिंग रोड पर सीधे प्रवेश के लिए काट दिया। इन रास्तों से दुपहिया के साथ चौपहिया वाहन भी रिंग रोड पर आसानी से आ-जा सकते है। वहीं कुछ जगहों पर रिंग रोड प्रशासन ने पोल छोड़ दी जो कि हादसों को जन्म दे रही है। आगरा रोड और उसके आस-पास करीब एक दर्जन गांव बसे हुए है।
ग्रामीणों ने बनाए एक दर्जन चोर रास्ते
आगरा रोड से लेकर टोंक रोड के बीच ग्रामीणों ने ऊंचाई पर बनी रिंग रोड पर पहुंचने के लिए करीब एक दर्जन से अधिक स्थानों पर तार काट कर रास्ते बना लिए है, अगर इन्हें जल्द ही बंद नहीं किया गया तो रिंग रोड बड़े हादसे हो सकते है। रिंग रोड सर्विस रोड के मुकाबले जमीन से करीब आठ से दस फिट ऊंचाई पर बनी हुई है। इसके दोनों तरफ सुरक्षा के लिए लोहे की जाली लगाई गई थी ताकि रिंग रोड पर आवारा जानवरों को चढऩे तथा आमजन के साइड से आवागमन को रोका जा सके। लेकिन ग्रामीणों ने इन जालियों को काट दिया।
रास्ते के लिए ग्रामीणों ने किए कई बार प्रदर्शन
बूरथल और आस-पास रहने वाले ग्रामीणों ने रिंग रोड पर सीधा प्रवेश के लिए रास्ता बनवाने को लेकर कई बार धरना-प्रदर्शन किया , लेकिन पूरी तरह से बात नहीं बन पाई। इस दौरान लोगों ने रिंग रोड चढऩे उतरने के लिए एक अस्थाई रास्ता भी बना दिया था, लेकिन एनएचआई प्रशासन ने इसे फिर से बंद कर दिया।
इस संबंध में एनएचएआई के रिंग रोड प्रोजेक्ट मैनेजर आदित्य सिंह ने बताया कि रिंग रोड के दोनों तरफ पूर्व में लगी जाली को चोर काट कर ले गए थे, इसके बाद फिर से जाली लगाई गई, लेकिन ग्रामीणों ने जगह-जगह से फिर जाली को काट कर रिंग रोड पर जाने के लिए रास्ते बना लिए। रिंग रोड पर जाने के लिए बनाए गए इन रास्तों को पुन: बंद करवाया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/संदीप
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