सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए निगम शुरू कर चुका कई पहल, लेकिन नहीं सुधर रही व्यवस्था

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सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए निगम शुरू कर चुका कई पहल, लेकिन नहीं सुधर रही व्यवस्था


जयपुर, 29 मार्च (हि.स.)। जयपुर शहर की सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए दोनों निगमों के महापौर और प्रशासन नित नई पहल और योजनाएं लेकर आ रहे है, लेकिन इन सब के बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से पटरी पर नहीं आ रही है। कहीं सफाई हो जाती है तो कचरा नहीं उठता है तो कहीं गलियां कचरे से अटी पड़ी है। हर बार जयपुर शहर स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ जाता है। पिछड़ने के बाद कई दावों के साथ निगम जोश-खरोश के साथ काम पर लग जाता है, लेकिन अंतिम नतीजा वहीं ढाक के तीन पात वाला आता है। लेकिन इससे अधिकारियों और महापौर की सेहत पर कोई प्रभाव नजर नहीं आता है। अधिकारियों को उनकी तनख्वाह समय पर मिल रही है तो वही महापौर का राजनीतिक और सामाजिक रुतबा बरकरार रहता है।

सफाई व्यवस्था को लेकर दोनों निगमों ने सबसे पहले खुद फिल्ड में रहकर आमजन के साथ जुडकर सफाई अभियान चलाया। शहर को स्वच्छ बनाने के लिए ग्रेटर महापौर से लेकर हर अधिकारी ने अपनी जान झोंख दी। महापौर सुबह शहर के विभिन्न पार्को में जाकर आमजन से शहर की विरासत को जानने और शहर को साफ सुथरा बनाने का संदेश दे रही है। रात में बाजारों की सफाई करवाई जा रही है। अधिकारियों को फील्ड में रहकर सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के निर्देश दिए गए है। नगर निगम ग्रेटर के 28 अधिकारी व्यावसायिक बाजारों में रात्रि कालीन सफाई की रेंडम मॉनिटरिंग कर रहे है। शहर में बने ओपन कचरा डिपो को भी बंद करने के लिए काम किया जा रहा है। लेकिन न सफाई व्यवस्था सुधरी और न ही शहर के ओपन कचरा डिपो बंद हुए। वहीं हैरिटेज महापौर भी कुछ ग्रेटर महापौर की सी चाल चलती नजर आई। इसके अलावा स्वच्छता की श्रेणी को ध्यान में रखकर नगर निगम जयपुर हैरिटेज एक नई पहल शुरू करते हुए गूगल फॉर्म के जरिये आमजन से सुझाव मांग रहा है,इसमें सभी एनजीओं, संगठनों, व्यापार मंडलों, व्यापारियों एवं शहरी नागरिकों से स्वच्छता के प्रति सुझाव आमंत्रित किए गए है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में जागो जयपुर जगमग जयपुर के तहत हैरिटेज निगम में स्वच्छता नारा व पोस्टर प्रतियोगिता, शुभंकर प्रतियोगिता एवं जिंगल प्रतियोगिता आयोजित की जा रही हैं। ओपन कचरा डिपो खत्म करने व बीट व्यवस्था लागू करने का अधिकारियों को टास्क दिया गया है। डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए स्वंय सहायता समूहों को जोड़ने पर भी काम किया जा रहा है।

वहीं दोनों निगम सफाई से जुड़े कर्मचारियों को बेहत्तर काम करने पर सम्मानित कर रहा है। इसके अलावा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अलग से सुनवाई शिविर भी लगाए जा रहे है। हाल ही सफाई कर्मचारियों ने भर्ती परीक्षा में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की थी, सरकार ने उनकी भी मांगे मान ली।

नगर निगम ग्रेटर आयुक्त रूकमणि रियाड़ ने बताया कि सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। इस मामले में कई नवाचार भी अपनाए गए है। उनका असर अब धीरे-धीरे नजर आ रहा है। ओपन कचरा डिपो को बंद करने का काम भी जारी है।

नगर निगम जयपुर हैरिटेज आयुक्त अभिषेक सुराणा ने बताया कि सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए कई आमूल-चूल परिवर्तन किए गए है। ओपन कचरा डिपो को जल्द से जल्द बंद करने के लिए कहा गया है। इसके लिए एक पूरी कार्य योजना तैयार की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश मीणा/ईश्वर

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