पुष्कर में मंकी अटैक से जख्मी विदेशी महिला की हुई आँख की सर्जरी
अजमेर, 18 सितम्बर(हि.स)। तीर्थराज पुष्कर में पर्यटक के रूप में अपने साथियों के साथ आई बेल्जियम निवासी 27 वर्षीय महिला की मित्तल हॉस्पिटल में आँख की सर्जरी की गई। विदेशी महिला पर पुष्कर में घूमते हुए बंदर ने अटैक कर दिया था। इससे वह बुरी तरह जख्मी हो गई थी। उसकी दाहिनी आँख की ऊपर की पलक पर जख्म और आँख की पानी की नली टूट गई थी।
मित्तल हॉस्पिटल के सीनियर ओकूलो प्लास्टिक सर्जन डॉ गोपाल दमानी ने बताया कि विदेशी पीड़िता को त्वरित रूप से उपचार नहीं दिया जाता तो पीड़िता के आँख की पुतली तीन चार दिन में ही एक्सपोजर केराटाइटिस की वजह से सफेद हो जाती और रोशनी जाने की संभावना बढ़ जाती। उन्होंने बताया कि पानी की नली रिपेयर नहीं करने से कैनाली क्यूलर फाइब्रोसिस की वजह से जीवन भर आँख से पानी आने की समस्या रह सकती थी।
विदेशी पीड़ित महिला ने बताया कि उसे होटल मैनेजर द्वारा पहले पुष्कर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां आँखों का प्लास्टिक सर्जन नहीं होने के कारण उन्हें अजमेर के मित्तल हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी गई। यहां ओकूलो प्लास्टिक सर्जन डॉ गोपाल दमानी ने उन्हें आपात स्थिति में देखा।
डॉ दमानी ने बताया कि पीड़िता के आँख से खून बह रहा था। आँख के नीचे गहरा कालापन दिखाई दे रहा था जो खून जमा होने की वजह से हेमेटोमा था। आँख की पुतली पर भी खरोंच थी । उन्हें उनके साथ हुई इंजरी की जानकारी देकर शीघ्र ही भर्ती होकर उपचार कराने की सलाह दी गई। साथ ही पीड़िता को प्राथमिक उपचार के तहत एंटी रेबीज वैक्सीन और एंटी टिटनेस इंजेक्शन दिया गया। इससे पीड़ित महिला रेबीज वायरस और टिटनेस बैक्टीरिया से सुरक्षित हो गई।
उल्लेखनीय है कि पीड़िता बहुत ही घबराई हुई थी। उसे भाषायी समस्या के साथ उचित सलाह और उपचार को लेकर भी संशय बना हुआ था। उसने अपने साथी पार्टनर से बातचीत की। साथ ही अपने पिता को बेल्जियम फोन कर सारी घटना और डॉक्टर की राय से अवगत कराया। विदेशी युवती ने ही बताया कि उसके पिता भी डॉक्टर ही हैं। विदेशी युवती ने मित्तल हॉस्पिटल के आँख के प्लास्टिक सर्जन ( ओकूलो प्लास्टिक सर्जन) डॉ दमानी से भी अपने पिता की फोन पर बात कराई। बातचीत के जरिए अजमेर के मित्तल हॉस्पिटल में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होने के प्रति आश्वस्त होने पर उन्होंने संबंधित सर्जरी इंडिया में ही अजमेर के मित्तल हॉस्पिटल में कराने की सलाह मानते हुए जरूरी चिकित्सा जांच के साथ पलक और पानी की नली की सर्जरी कराने के लिए रजामंदी दर्शाई।
विचारणीय है कि यह सर्जरी बेल्जियम जाकर कराए जाने पर उन्हें लगभग 650 यूरो खर्च करने होते जो कि भारतीय मुद्रा (इंडियन करेंसी) के अनुसार 60 हजार 500 रुपए होती। यह सर्जरी अजमेर में इससे आधी कीमत पर संभव हो गई।
मीडिया से बातचीत में युवती ने बताया कि वह एक दिन हॉस्पिटल में भर्ती रही जहां चिकित्सा सेवा और सुविधाएं अच्छी रहीं। विदेशी युवती ने कहा कि उसे संदेह था कि अजमेर में उसे समुचित उपचार मिल पाएगा कि नहीं, किन्तु डॉ गोपाल दमानी ने उन्हें अच्छी तरह समझाते हुए और अपने पूर्वानुभव को भी दर्शाया। जिससे संतुष्ट होकर उसने अजमेर में ही तत्काल सर्जरी कराने की सहमति जताई।
स्वास्थ्य लाभ पाकर वापस विदेश लौटते हुए पीड़ित विदेशी महिला ने डॉ गोपाल दमानी और उनकी टीम का धन्यवाद किया और मित्तल हॉस्पिटल के प्रति आभार दर्शाया कि हॉस्पिटल मेंं आपातकालीन यूनिट से लेकर समूचे स्टाफ ने उन्हें बेहतरीन चिकित्सा सेवा प्रदान की।
अब वह बेल्जियम जाकर ही अपने उपचार का फॉलोअप रखेगी व मित्तल हॉस्पिटल एवं यहां के चिकित्सक के संपर्क में रहेंंगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष
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