आरपीएससी गंगोत्री, युवाओं के सपने टूटे तो संवैधानिक संस्था भी भंग की जा सकती : पायलट

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आरपीएससी गंगोत्री, युवाओं के सपने टूटे तो संवैधानिक संस्था भी भंग की जा सकती : पायलट


अलवर, 17 सितंबर (हि.स.)। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि सरकार का मन हो तो कुछ भी कर सकती है। आरपीएससी को भंग भी किया जा सकता है और पुनर्गठित भी। उन्होंने भाजपा की बुलडोजर नीति को लेकर कहा कि लोगों को डराकर काम करना ठीक नहीं। इंफ्रास्ट्रक्चर में देश पिछड़ रहा है। बीजेपी की एक लाख करोड़ रुपए की रोड टूट रही है। अयोध्या का नया मंदिर टपकने लग जाता है। शिवाजी की प्रतिमा गिर जाती है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट मंगलवार को अलवर आए। यहां विधायक जुबेर खान के निधन पर उनके आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी। जुबेर खान को लेकर कहा कि वे बेबाक, समझदार व धर्म निरपेक्ष व्यक्ति थे। उन्होंने सबको बराबर प्यार व इज्जत दी है।

हम सब जानते हैं देश व प्रदेश में अपराध करने वाले पर सख्ती से एक्शन होना चाहिए। कानून की एक प्रक्रिया है। लेकिन सत्ताधारी दल जानबूझकर आतंकित कर, डरा कर बुलडोजर चलाना गलत है। इसे रोकने के लिए कोर्ट ने कदम उठाया। कोर्ट का आदेश स्वागत योग्य है। कानून तोड़ने वालों से पूरी मजबूती लड़ना चाहिए। कुछ लोग कानून की सीमाएं लांघकर अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। देखिए, ट्रेन से एक्सीडेंट हो रहे हैं। एयरपोर्ट की छतें गिर रही हैं। अयोध्या में मंदिर की छत टपक रही है। शिवाजी की प्रतिमा गिर गई। 10 साल से इन्फ्रास्ट्रक्चर की बात करने वालों के काम की गुणवत्ता कहां है। इस पर सरकार को जांच कर कानूनन कार्यवाही होनी चाहिए। लेकिन ठेकेदार इनके रिश्तेदार होंगे तो कैसे कार्यवाही होगी।

माैजूदा सरकार के सत्ता संगठन में बहुत खिंचाव चल रहा है। आरपीएससी को लेकर बहुत सारी चर्चा होती है। उसके भंग व पुनर्गठन करने की बात मुख्य मुद्दा है। आप बहाने मानकर अच्छे लोगों को नहीं बिठा रहे। उसे रिऑर्गेनाइज करें। अच्छी साफ छवि के लोग वहां बैठेंगे तो न्याय होगा। संदिग्ध लोगों को वहां बैठाएंगे तो कैसे न्याय होगा। विश्ववसनीयता होना जरूरी है। अब समय आ गया। आरपीएससी गंगोत्री है। वहां से नौजवानों के सपने नहीं टूटने चाहिए। यह सब बहानेबाजी है कि संवैधानिक संस्थान भंग नहीं हो सकती है। करने का मन हो तो सब हो सकता है।

पायलट ने कहा कि जो 400 पार की बात करने वाले 240 पर अटक गए हैं। संख्याबल पर्याप्त होता तो बीजेपी के नेता राहुल गांधी को कोसते नहीं है। उनकी जबान काटने पर ईनाम देने की बात करते हैं। मौत की धमकी देते हैं। उनको शर्म आनी चाहिए। माफी मांगनी चाहिए। ये 10 साल की विफलताएं सामने आ गई है। बीजेपी का मनोबल गिरा हुआ है। बैशाखी पर सरकार है। हरियाणा व जम्मू कश्मीर के चुनाव प्रचार में बीजेपी पिछड़ रही है।

उन्होंने कहा कि राहुल ने जनता की बातों को उठाया है। राहुल की छवि को डमेज करने में बीजेपी लगी है। जितना वो राहुल गांधी की छवि को गिराने की कोशिश करेंगे उतना पब्लिक समझती है। बीजेपी तो राहुल गांधी की छवि को डमेज करने के लिए अरबों खरबों रुपए खर्च करती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

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