छात्रसंघ चुनाव राजनीति की प्रारंभिक पाठशाला, चुनाव होने चाहिए : गहलोत
जयपुर, 9 सितंबर (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की भजनलाल सरकार की ओर से छात्रसंघ चुनावों पर लगाई गई रोक की निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि छात्रसंघ चुनाव राजनीति की प्रारंभिक पाठशाला है इसलिए चुनाव शुरू करवाए जाने चाहिए एवं छात्रसंघ चुनावों के लिए बनाई गईं आदर्श आचार संहिता की पालना भी सुनिश्चित करवाई जानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा कि राजस्थान की भाजपा सरकार द्वारा छात्रसंघ चुनावों को पुनः शुरू नहीं करना उचित नहीं है। हमारी सरकार के दौरान विधानसभा चुनावों की पूर्व तैयारी के कारण चुनाव स्थगित किए गए थे परन्तु अब ऐसी कोई परिस्थिति नहीं है।
उन्होंने लिखा कि राजस्थान की राजनीति में मेरे सहित पक्ष-विपक्ष के तमाम विधायक, सांसद, मंत्री छात्रसंघ की राजनीति से निकलकर आए हैं। स्वयं मुख्यमंत्री एबीवीपी के सदस्य रहे हैं। छात्रसंघ चुनाव राजनीति की प्रारंभिक पाठशाला है इसलिए चुनाव शुरू करवाए जाने चाहिए एवं छात्रसंघ चुनावों के लिए बनाई गईं आदर्श आचार संहिता की पालना भी सुनिश्चित करवाई जानी चाहिए।
गहलोत ने लिखा कि छात्रसंघ चुनावों की मांग करने वाले तमाम छात्र नेताओं पर बल प्रयोग किया गया जो उचित नहीं है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित
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