दूध संकलन केंद्रों पर फेट में गड़बड़ी, दूध उत्पादकों के विरोध पर बुलाई पुलिस
जयपुर, 19 मार्च (हि.स.)। दूध संकलन केंद्रों पर दूध में फेट में गड़बड़ी की लम्बे समय से दूध उत्पादक शिकायत कर रहे है, लेकिन डेयरी प्रशासन दूध संकलन केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है। डेयरी प्रशासन और दूध संकलन केंद्र संचालकों की मिलीभगत के चलते दूध उत्पादकों को महंगाई के दौर में सस्ते दाम पर दूध बेचना पड़ रहा है। इससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इनकी बानगी मंगलवार को देखने को मिली। मंगलवार को डेयरी एमडी गोनेर के पास एक गांव के दूध संकलन केंद्र पर पहुंचे। दूध संकलन केंद्र पर जांच की खानापूर्ति के दौरान एक दूध उत्पादक ने फेट में गड़बड़ी की शिकायत करते हुए केंद्र की मशीन की जांच करने के साथ उनके साथ मशीन से फेट निकालने की गुहार लगाई। पहले तो एमडी बात को टालने का प्रयास करते रहे, लेकिन जब दूध उत्पादकों की संख्या बढ़ने के साथ फेट की जांच की मांग बढ़ी तो एमडी का पारा गर्मा गया। आनन फानन में डेयरी एमडी ने सूचना देकर मौके पर पुलिस की पीसीआर वैन बुला ली। यह देखकर मौके पर मौजूद दूध उत्पादक वहां से चलते बने। तब जाकर एमडी की जान में जान आई। इसके बाद एमडी दूध संकलन केंद्रों पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर लौट गए।
दूध उत्पादक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह सुबह दूध लेकर दांतली गांव के संकलन केंद्र पर गया था। इसी दौरान वहां पर डेयरी के अधिकारी जांच करने पहुंच गए। दूध संकलन केंद्र पर दूध की फेट निकलवाने पर कम आई तो उसने डेयरी से आए अधिकारियों को केंद्र की मशीन की फेट जांचने की बात कहीं। दूध की फेट डेयरी प्रशासन द्वारा लाई गई मशीन से निकालने की बात कहीं। कई बार कहने पर भी डेयरी प्रशासन के अधिकारियों ने फेट नहीं निकाली तो बात गहमा-गहमी तक पहुंच गई। इस पर डेयरी अधिकारियों ने मौके पर पुलिस बुला ली। वर्तमान में महंगा पशु आहार और चारा हम मवेशी को खिलाते है, लेकिन उसके मुकाबले दूध की कीमत नहीं मिलती है। इसकी वजह दूध संकलन केंद्रों पर फेट निकालने वाली मशीन में गड़बड़ी होना है।
हालांकि दूध उत्पादकों के जाने के बाद डेयरी प्रशासन ने दूध संकलन केंद्र की मशीनों की जांच की तो फेट की गणना में .3 से .5 तक की गड़बड़ी मिली। इसके बाद डेयरी प्रशासन ने गांव में मौजूद दो दूध संकलन केंद्र संचालकों पर कार्रवाई करने की बजाय चेतावनी दे छोड़ दिया। एक दूध उत्पादक ने बताया कि दूध संकलन केंद्र के संचालकों ने जांच करने पहुंचे अधिकारियों की खूब सेवा की। उन्हें मिठाई और पकवान परोसे गए।
इस संबंध में जयपुर डेयरी एमडी मनीष का कहना है कि हम दूध संकलन केंद्रों पर जांच करने गए थे। वहां पर हमें फेट निकालने वाली मशीनों में गड़बड़ी मिली। हम ऐसे दूध संकलन केंद्रों पर कार्रवाई करेंगे जो कि फेट में गड़बडी कर दूध उत्पादकों को लूट रहे है। इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। जांच के दौरान वहां पर मौजूद कुछ लोगों ने विरोध किया था इस पर हमें पुलिस बुलानी पड़ी। डेयरी पर कार्रवाई का विरोध कर रहे युवक के खिलाफ हम मामला दर्ज करवाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश/संदीप
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