हैरिटेज के डिप्टी मेयर ने निगम के भ्रष्टाचार को लेकर लिखा एसीबी को पत्र
जयपुर, 11 जून (हि.स.)। नगर निगम हेरिटेज में एक बार सियासी घमासान छिड़ गया है। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद अब डिप्टी मेयर असलम फारूकी ने निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को फारूकी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में पत्र लिखकर निगम अधिकारियों के खिलाफ फर्जी पट्टों के मामले को लेकर जांच की मांग की है।
डिप्टी मेयर असलम फारूकी ने कहा कि नगर निगम के हवामहल जोन उपायुक्त करतार सिंह द्वारा मंदिर की जमीन पर व्यक्तिगत पट्टा जारी कर दिया गया है। इसको लेकर जब स्थानीय जनता ने विरोध किया। तो करतार सिंह ने आनन-फानन में इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दे दिया।
उन्होंने कहा कि जब मुझे इस बारे में पता लगा। तब मैंने इस मामले की पड़ताल की, तो पता चला कि यह एक बहुत बड़ा घोटाला है। इसकी शिकायत मैंने नगर निगम के कमिश्नर से भी की। लेकिन फिर भी कोई समाधान नहीं निकाला। बल्कि, फर्जी और अवैध पट्टे जारी करने का काम करने वाला अधिकारी आज भी उसी पद पर काबिज है। मैंने निगम में हो रहे घोटालों की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में की है। ताकि सरकारी संपत्ति और मंदिर माफी की जमीन को फर्जी तरीके से ना बेचा जा सके। अगर इसके बाद भी समाधान नहीं निकला। तो जनता के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन करूंगा, लेकिन नगर निगम में हो रहे फर्जीवाडे को बंद करके ही दम लूंगा।
डिप्टी मेयर फारुकी ने बताया कि उपायुक्त हवामहल आमेर जोन द्वारा फर्जी दस्तावेज से मंदिर का पट्टा किसी दीपक कुमार शर्मा के नाम जारी कर दिया गया है। जबकि देवस्थान विभाग द्वारा हवामहल निगम उपायुक्त को पत्र दिया गया। जिसमें उक्त भूमि श्री ठाकुर जी का मंदिर होना बताया गया और उसका विक्रय पत्र पंजीयन होने से रोकने और जांच के लिए लिखा गया। लेकिन उपायुक्त हवामहल जोन करतार सिंह ने सभी आदेशों की अवहेलना कर दीपक कुमार शर्मा (फर्जी पट्टा धारक) को भवन और दुकान मरम्मत की स्वीकृति जारी कर दी।
हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश/संदीप
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