हमारी नीतियां इतनी ही खराब थीं तो हमारी ही टीम से बजट क्यों तैयार करवाया- नेता प्रतिपक्ष जूली

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हमारी नीतियां इतनी ही खराब थीं तो हमारी ही टीम से बजट क्यों तैयार करवाया- नेता प्रतिपक्ष जूली


जयपुर , 16 जुलाई (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप कांग्रेस की नीतियों को गलत बता रहे हो, हमारी सरकार के फैसलों की आलोचना कर रहे हो। जब हमारी नीतियां इतनी ही खराब थीं तो हमारी ही टीम से बजट क्यों तैयार करवाया। अफसरों की जिस टीम ने हमारा बजट तैयार किया था, उसी टीम से ही आपने भी बजट क्यों तैयार करवाया। जूली ने अयोध्या, बद्रीनाथ में भारतीय जनता पार्टी की हार पर तंज कसते हुए कहा कि आपको तो ब्रह्मा, विष्णु, महेश ने खारिज कर दिया। जूली राजस्थान विधानसभा में बजट पर बहस के दौरान मंगलवार काे सदन काे संबाेधित कर रहे थे।

जूली ने कहा कि बजट में आपने जितनी घोषणाएं की हैं, वित्त मंत्रीजी ने इनके लिए बजट में कितना प्रावधान रखा है, यह बताएं। कोविड के बावजूद हमारा राजकोषीय घाटा आपसे कम रहा था। मुख्यमंत्री आप हमें कोस रहे थे, आपने तो 70 हजार करोड़ का राजकोषीय घाटा प्रस्तावित किया था। जब से राजस्थान बना है, सबसे ज्यादा राजकोषीय घाटा आपकी सरकार का है। हम पर आरोप लगाने से पहले खुद का देख लिया करो, यह तो अब प्रस्तावित था, जब एक्चुअल आएगा, तब तो यह घाटा और बढ़ेगा।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपके बजट की शुरुआत ही नकारात्मकता से हुई। हर बजट की एक प्राथमिकता होती है लेकिन आपने अपनी दस प्राथमिकताओं में गरीबों को नाैवें नंबर पर रखा है। गुड गवर्नेंस को अपने दस नंबर पर रखा है, इससे आपका विजन नजर आ रहा है। आपने बजट में चार लाख नई नौकरियों की घोषणा की है। प्रदेश में करीब आठ लाख सरकारी पद हैं ताे सरकार में चार लाख तो पद ही खाली नहीं होंगे, आप इतनी नौकरियां देंगे कहां से, जब जवाब दें तो इस बारे में बताना। जूली ने कहा कि आप ओपीएस को जारी रखना चाहते हैं या नहीं, यह सदन में क्यों नहीं बताते। विधायकों ने ओपीएस पर सवाल लगाए तो उनके जवाब क्यों नहीं दिए। जूली ने कहा कि आपने 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने की घोषणा कर दी, केवल 300 करोड़ का बजट है। इतने से फंड में कहां से बन जाएंगे। कहीं जमीनों के भाव बढ़ाने के लिए तो इसकी घाेषणा नहीं की।

पेपरलीक मामलाें में कार्रवाई का जिक्र करते हुए जूली ने कहा कि वसुंधरा सरकार के समय भी पेपरलीक हुए। आपने भी कार्रवाई की आैर हमने भी , लेकिन पेपरलीक में मछलियों को पकड़ रहे हैं, मगरमच्छ खुले में घूम रहे हैं। पेपरलीक की जड़ कहां है, उस तक पहुंचने की जरूरत है। हम एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहेंगे, उससे कुछ बदलाव आना नहीं है। कोटा में कोचिंग के बच्चों के सुसाइड के मामले बढने पर चिंता व्यक्त करते हुए जूली ने कहा कि कोचिंग एक धंधा बन गया है। तमिलनाडु में सरकार ने कोचिंग बैन करने का मन बना लिया है। गरीब का बच्चा कैसे पढ़ेगा? कोचिंग वाले आज मगरमच्छ बनकर लूट रहे हैं, इस पर क्या नीति है?

प्रदेश में नाैकरशाही के हावी हाेने का आराेप लगाते हुए जूली ने कहा कि सरकार में चल किसकी रही है, यह पता नहीं है। कोई कहता है, मुख्यमंत्री की चल रही है, कोई कहता है ब्यूरोक्रेसी की चल रही है। ब्यूरोक्रेसी में भी किसकी चल रही है। डबल इंजन की सरकार में आधा इंजन इधर, आधे उधर खींच रहे हैं। कोई कहते हैं, मुख्यमंत्री चला रहे हैं। मुझे खुशी है, भले आदमी है, पहली बार जीतकर आने वाले को सीएम बनाया। मुख्यमंत्री जी मौका बार-बार नहीं मिलता, साबित करना होता है।

पूर्वी राजस्थान नहर परियाेजना का लेकर राजस्थान के हितों को गिरवी रखने का आराेप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ईआरसीपी भाजपा सरकार की योजना थी, लेकिन केंद्र ने इसे लटकाए रखा। अब भाजपा सरकार आने के बाद एमओयू किया है। छह महीने हो गए, ईआरसीपी पर दिल्ली में सीएम एमओयू करके आए थे, वो एमओयू कहां है? वो एमओयू आप सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहे? एमओयू सार्वजनिक इसलिए नहीं कर रहे, क्योंकि आपने मध्यप्रदेश के आगे राजस्थान के हितों को गिरवी रख दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / संदीप / ईश्वर

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