दौसा में कार्यकर्ताओं पर भड़के सांसद मुरारीलाल ने कहा- तुम ही मुझे कमजोर कर रहे
दौसा, 20 अक्टूबर (हि.स.)। दौसा से कांग्रेस सांसद मुरारी लाल मीणा विधानसभा उपचुनाव के टिकट वितरण से पहले दावेदारों द्वारा की जा रही जोर आजमाइश से नाराज दिखे और कार्यकर्ताओं को शांत रहने की नसीहत दे डाली। उन्होंने एक लाइन का प्रस्ताव पास नहीं होने पर नाराजगी जताई और जनरल सीट पर एसटी का प्रत्याशी जीतने को लेकर भी बड़ी बात कही। सांसद में निवास पर पहुंचे कार्यकर्ताओं से कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि आज हमारे लोग टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। यहां बैठे पुराने कार्यकर्ताओं से पूछ लो कि पहले कहीं कोई टिकट मांगने नहीं जाता था। मुझे बहुत अच्छे तरीके से याद है, जब राजेश पायलट यहां आए तो उनके समय लोगों में जागृति आई थी। लेकिन कोई टिकट नहीं मांगता था।
टिकट वितरण को लेकर मुझसे भी कोई तब ही पूछेगा जब आप लोग मेरे साथ हो, 70 साल से तो कोई किसी को पूछता ही नहीं था। राजेश पायलट सबसे ज्यादा सात बार सांसद रहे, उस वक्त के भी कई लोग यहां बैठे हुए हैं उनको पता है कि टिकट देने के लिए एक लाइन का प्रस्ताव पास हुआ करता था कि सांसद जिसका टिकट फाइनल करेगा वह सभी को मंजूर होगा। यहां तक पहुंचने में हमें अभी 20 साल और लगेंगे। लेकिन अभी तो सब लोग अलग-अलग जा रहे हैं। उस एक लाइन प्रस्ताव के अनुसार सांसद जिसकी पैरवी करते थे उसे ही टिकट मिल जाया करता था। लेकिन तुम (कार्यकर्ता) खुद ही मुझे कमजोर कर देते हो।
उन्होंने कहा- मुझे यह बात कहने में कोई गुरेज नहीं है कि अधिकतम जनरल सीटों पर जब तक एक-दो बार एसटी का कोई व्यक्ति जीत नहीं गया तब तक किसी पार्टी ने टिकट ही नहीं दिया। थानागाजी में दो बार कांतिलाल मीना चुनाव जीते तब जाकर उन्हें टिकट दिया गया, मुझे भी चुनाव जीतने के बाद ही टिकट दिया गया। करौली में भी दो बार दूसरी पार्टियों से एसटी का नेता जीतने के बाद जनरल सीट पर टिकट दिया गया। गंगापुर में भी रामकेश मीणा के दूसरी पार्टी से चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने टिकट दिया। इसके बाद आज यह स्थिति बनी है कि दौसा जनरल सीट से हमारे लोग बड़ी संख्या में टिकट मांग रहे हैं।
सांसद ने कहा- मैंने पहले ही कह दिया था कि मेरी पत्नी और बेटी चुनाव नहीं लड़ेगी, इसके बावजूद कई लोग कहते फिर रहे हैं कि यह तो झूठ बोल रहे हैं चुनाव जरूर लड़वाएगा। जबकि तुम इस लायक छोड़ते ही नहीं हो कि मेरी टिकट वितरण में चले। मैं बहुत बारीकी की बात बोल रहा हूं इस पर सभी गौर करना। यदि पूरे क्षेत्र से एक लाइन का प्रस्ताव चला जाता कि सांसद जो करेंगे वह फाइनल है। तब मजा आता। राजेश पायलट के 25 साल तक व पंडित नवल किशोर शर्मा के 30 साल तक प्रस्ताव गए थे। लेकिन तुमने तो पहली बार में ही ढोल बाजा रखा है। यदि एक लाइन प्रस्ताव पास हो जाता तो फिर पार्टी आब्जर्वर के दौसा आने की नौबत नहीं आती।
उन्होंने कहा- हरियाणा चुनाव के बाद पार्टी बहुत सजग है और सबकी सलाह से काम कर रही है। लेकिन तुम लोगों ने मुझे इस लायक भी नहीं छोड़ा कि मेरी सलाह ली जाए। पार्टी द्वारा टिकट वितरण को लेकर बहुत सावधानी रखी जा रही है और सर्वे कराया जा रहा है। पांच दावेदारों का पैनल भेजा जाएगा, जिसमें प्रमुख दावेदारों का नाम शामिल कर दिया जाएगा। लेकिन चुनाव जीतने के लिए सभी को एकजुट होना होगा नहीं तो पिछले 20 साल में जो उपलब्धि हासिल की है उसे हार कर घर बैठ जाओगे। 2013 में चुनाव क्यों हारे थे यह सब को पता है इसलिए सब शांत रहो। टिकट वितरण को लेकर अच्छा फैसला करेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / चरणजीत
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