सोशल मीडिया पर क्राइम बेलगाम

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सोशल मीडिया पर क्राइम बेलगाम


जयपुर, 8 मई (हि.स.)। प्रदेश में सोशल मीडिया पर क्राइम बेलगाम होता जा रहा है। पुलिस की साइबर क्राइम और सोशल मीडिया पर पकड़ ढीली पड़ती जा रही है। यहीं वजह है कि लोग सोशल मीडिया का उपयोग नेताओं के साथ आमजन को धमकी देने के रुप में कर रहे है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर कांग्रेस, बीजेपी सहित अन्य पार्टियों के नेताओं को सोशल मीडिया के माध्यम से जान से मारने सहित अन्य प्रकार की धमकियां मिल चुकी है। हालांकि पुलिस ने इन मामलों में कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया है। पिछले दिनों राजधानी में साइबर क्राइम को लेकर देशभर के अधिकारियों की कॉफ्रेंस का आयोजन भी किया गया था और ताकि लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध पर रोकथाम लगाई जा सके।

पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया पर धमकी देने के मामले में अधिकांश आरोपी युवा है जो कि अलग-अलग बातों से प्रभावित होकर इस तरह के कृत्य या अपराध को अंजाम दे रहे है। पिछले कुछ सालों में लगातार सोशल मीडिया का प्रभाव तेजी से बढ़ा है। क्या युवा और क्या बुजुर्ग सभी किसी न किसी प्रकार से सोशल मीडिया से जुड़े हुए है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोग रोजगार कर रुपए भी कमा रहे तो वहीं कुछ लोग इसके माध्यम से अपराध को अंजाम देने या सनसनी फैलाने में जुटे है। ऐसे में पुलिस को सोशल मीडिया पर पाबंदी और निगरानी के लिए अलग से प्रयास करने चाहिए।

केस नम्बर-1

साल 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी दी गई है। इस मामले में पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। हरिकिशन सैनी ने इस संबंध में मुरलीपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि वह गहलोत के नाम से एक फेसबुक पेज चलाता है। उसने कुछ फोटो शेयर किए थे। इस पर इस पर दो लोगों ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है। दरअसल अशोक गहलोत दो दिन पहले 21 दिसंबर को रामनिवास बाग स्थित अल्बर्ट हॉल गए थे। वहां सीएम गहलोत ने शांति मार्च की तैयारियों का जायजा लिया था। उसी से जुड़े फोटो को फेसबुक पर शेयर किया था। इस पोस्ट पर लीलाराम शर्मा नाम के व्यक्ति ने कमेंट्स करते हुए लिखा कि अशोक गहलोत आपको क्या पंसद है मौत, कुर्सी, जेल या जीवन, दो दिन का समय है। इसी तरह भीम सिंह नाम के व्यक्ति ने भी सीएम की इस पोस्ट पर आपत्तिजनक धमकी भरा कमेंट्स किए गए।

केस नम्बर-2

कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर जान से मारने की धमकी देने के मामले में उदयपुर जिले में कोटड़ा थाना पुलिस की टीम ने आरोपी जितेंद्र कुमार अहारी पुत्र हाजाराम निवासी बंजारिया थाना खेरवाड़ा जिला उदयपुर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोबाइल जब्त कर लिया गया है। एसपी योगेश गोयल ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने अपने मोबाइल में इंस्टाग्राम पर अन्य नाम से आईडी बना रखी है। चुनाव के दौरान विभिन्न प्रचार प्रसार व राजनीतिक विचारधाराओं से प्रभावित होकर उसने कमेंट कर दिया।

केस नम्बर-3

शिव विधानसभा सीट से विधायक रविंद्र सिंह भाटी को लोकसभा चुनाव मतदान के बाद जान से मारने की धमकी मिली। इस मामले में पुलिस ने आरोपी युवक को बालोतरा में कपड़े की दुकान से पकड़ा लिया। वह कपड़े के दुकान में ही काम करता था, उसने रविंद्र सिंह भाटी की पोस्ट पर कमेंट कर कमेंट कर जान से मारने की धमकी दी थी। आरोपी मेघाराम ने विश्नोई गैंग के रोहित गोदारा के नाम से फर्जी अकाउंट बना रखा था। आरोपी मेघाराम ने रोहित गोदारा कपूरी सर, मुकेश, मेघाराम नाम से तीन फेसबुक अकाउंट बना रखे हैं। उसने गूगल से गैंगस्टर रोहित गोदारा का फोटो डाउनलोड कर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया था।

केस नम्बर-4

कांग्रेस नेता हरिश चौधरी को एक युवक ने सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी दी थी। बाड़मेर पुलिस ने जान से मारने की धमकी देने वाले बाड़मेर निवासी वीर सिंह राजपूत को गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस नेता हरीश चौधरी ने वीर सिंह राजपूत पर कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर सोशल मीडिया पर ट्वीट किया था।

पुलिस ने आरोपी वीर सिंह राजपूत को गुजरात एटीएस की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। वह गुजरात में मजदूरी करता था। 30 अप्रेल को बाड़मेर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से परिवाद मिला था, जिसमें बताया गया था कि वीर सिंह पुत्र खुमान सिंह निवासी आईनाथ का ताला मिठड़ा के रहने वाले युवक ने बायतु विधायक हरीश चौधरी को सोशल मीडिया पर धमकी दी थी।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश मीणा/ईश्वर

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