एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने पर बहरोड़-नीमराना में निर्माण पर प्रतिबंध
जयपुर, 26 नवंबर (हि.स.)। एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राजस्थान के दो और शहरों में ग्रेप-4 लागू किया गया है। कोटपूतली-बहरोड़ जिला प्रशासन ने नेशनल कैपिटल रीजन यानि एनसीआर में आने वाले बहरोड़ और नीमराना में प्रदूषण रोकने के लिए सख्त कदम उठाए गए है।
इसके तहत इन शहरों में निर्माण कार्यों पर रोक रहेगी। इसके साथ ही प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर भी प्रतिबंध रहेगा।
ग्रेप स्टेज वायु प्रदूषण के चरणों की स्थिति है। इसके हिसाब नए नियम लागू किए जाते हैं। ग्रेप यानि ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान का चौथा चरण वायु गुणवत्ता में सुधार और आम जनता की सेहत के चलते उठाया जाता है।
इससे पहले खैरथल-तिजारा जिले में बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर जिला प्रशासन ने अहम कदम उठाते हुए खैरथल-तिजारा क्षेत्र के सभी सरकारी और गैर-सरकारी प्राथमिक विद्यालयों (कक्षा एक से पांच) को 20 नवंबर से 23 नवंबर 2024 तक बंद रखने के कलेक्टर ने आदेश दिए थे।
एडीएम ओपी सहारण ने बताया कि दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ रहे प्रदूषण के चलते ये फैसला किया गया है। इसके चलते बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के कामों पर रोक लगा दी गई है और प्रदूषण फैलाने वाले सभी तरह के कामों को नियंत्रित करने के निर्देश दिए है। ऐसे में किसी तरह का निर्माण या स्ट्रक्चर गिराने का काम नहीं किया जाएगा। साथ ही प्रदूषण फैलाने पर कार्रवाई की जाएगी।
एडीएम ने बताया कि नियमों की पालना के लिए रीको, यातायात, कृषि, नगर परिषद और प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों को इन निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने और सभी विभागों में इसके लिए नोडल ऑफिसर बनाए गए हैं।
अभी हालात ये हैं कि एक्यूआई राजस्थान, हरियाणा दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में 300 के ऊपर जा चुका है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है।
लगातार प्रदूषण के संपर्क में रहने से सांस संबंधी बीमारियां,आंखों में जलन और एलर्जी के मामलों में वृद्धि होती है। ऐसे में जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित
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