गोगुंदा में तेंदुए को पकड़ने की मांग पर कांग्रेस का प्रदर्शन
उदयपुर, 4 अक्टूबर (हि.स.)। गोगुंदा क्षेत्र में तेंदुए के हमले में मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और तेंदुए को पकड़ने साथ ही टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट के लिए भूमि अवाप्ति रोकने की मांग को लेकर उदयपुर देहात जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना-प्रदर्शन किया गया।
धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस महासचिव लाल सिंह झाला ने कहा कि प्रशासन क्षेत्र की जनता के धैर्य की परीक्षा न ले। ऐसा मेवाड़ के इतिहास में पहली बार हुआ है कि आदमखोर तेंदुआ दो सप्ताह में आठ लोगों का शिकार कर चुका है। इससे इससे क्षेत्र के ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ भयंकर रोष व्याप्त है।
प्रदेश महासचिव झाला ने कहा कि राजस्थान की भाजपा सरकार के लिए ग्रामीणों की जान की कोई कीमत नहीं है। राज्य सरकार और उदयपुर प्रशासन लापरवाही से इस मामले को देख रहा है। राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री भी झाड़ोल विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होकर विधानसभा में जाते हैं लेकिन उन्होंने और राज्य सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने अभी तक गोगुंदा और झाड़ोल विधानसभा क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए द्वारा किए गए हमलों वाले क्षेत्र में जाकर ग्रामीणों के हाल नहीं पूछे। झाला ने कहा कि राज्य सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा न लें। तेंदुए को पकड़ने के साथ ही मृतकों के परिजनों को 51 लाख रुपए मुआवजे व परिवार में एक सदस्य को स्थायी नौकरी दें। प्रदर्शन में गोगुंदा क्षेत्र से बड़ी संख्या में ग्रामीण और कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।
देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष कचरूलाल चौधरी ने कहा कि राज्य की पर्ची सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह फेल हो गई है। हम सब यहां राज्य की पर्ची सरकार को यह चेतावनी देने आए है कि वो जल्द से जल्द उदयपुर प्रशासन को कह कर आदमखोर तेंदुए को पकड़ने का कार्य करे। नहीं तो आने वाले समय में आंदोलन किया जाएगा।
पूर्व मंत्री और गोगुंदा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे डॉ. मांगीलाल गरासिया ने कहा कि प्रशासन को शर्म आनी चाहिए कि वह गोगुंदा में तेंदुआ प्रभावित क्षेत्र में लोगों को घरों में रहने को कह रहा है, जबकि प्रशासन को तेंदुए को पकड़ना चाहिए। गरासिया ने कहा कि तेंदुए के हमलों को देखते हुए सरकार टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट के तहत भूमि अवाप्ति का काम करने के लिए बना रही प्रोजेक्ट को तत्काल प्रभाव से रोकें।
उदयपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे ताराचंद मीणा ने कहा कि आदमखोर तेंदुए की तरह राजस्थान की सरकार भी आदमखोर हो गई है। राजस्थान की पर्ची सरकार में संवेदनशीलता खत्म हो गई है। यहां लोग आदमखोर पैंथर के हमलों में जान गंवा रहे है और पर्ची सरकार और उसका प्रशासन सो रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता
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