पूंछरी का लौठा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दंडवत प्रणाम कर श्रीनाथ जी की विशेष पूजा की

WhatsApp Channel Join Now
पूंछरी का लौठा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दंडवत प्रणाम कर श्रीनाथ जी की विशेष पूजा की


पूंछरी का लौठा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दंडवत प्रणाम कर श्रीनाथ जी की विशेष पूजा की


जयपुर/भरतपुर, 31 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बुधवार को सपरिवार ब्रज क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल पूंछरी का लौठा पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री ने श्रीनाथ जी मंदिर के समक्ष दंडवत होकर नमन किया। इसके बाद उन्होंने श्रीनाथ जी और गिरिराज जी की विशेष पूजा-अर्चना की। यहां मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सुख-समृद्धि, शांति और जनकल्याण की कामना की।

जनसंपर्क अधिकारी मनीष शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बुधवार की दोपहर पौने दो बजे हेलीकॉप्टर से पूंछरी पहुंचे। मुख्यमंत्री यहां से सपरिवार श्रीनाथ जी मंदिर पहुंचे। जहां वैदिक मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ श्रीनाथ जी और गिरिराज जी के दर्शन-पूजा—अर्चना की गई। मुख्यमंत्री के पूजा-दर्शन के समय गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, डीग-कुम्हेर विधायक डॉ शैलेश सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। सभी ने मुख्यमंत्री के साथ दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। दर्शन के पश्चात मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में आयोजित स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लिया।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बुधवार को पूंछरी में रात्रि विश्राम करेंगे। मुख्यमंत्री के प्रवास को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षा तथा व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। वहीं नववर्ष के अवसर पर गुरुवार को मुख्यमंत्री श्रीनाथ जी और गिरिराज जी की विशेष पूजा एवं अभिषेक करेंगे।

विशेष प्रार्थना करेंगे मुख्यमंत्री

इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की बढ़ती वैश्विक साख और विकसित राजस्थान के संकल्प की सिद्धि के लिए विशेष प्रार्थना करेंगे। इस दौरे की एक अहम विशेषता यह भी रहेगी कि मुख्यमंत्री गिरिराज गोवर्धन जी की पैदल परिक्रमा करेंगे और धार्मिक परंपराओं का पालन करते हुए श्रद्धालुओं के साथ स्वयं को जोड़ेंगे।

पत्नी और बेटा पहले ही कर चुके हैं गोवर्धन की दंडवत परिक्रमा

गौरतलब है कि हाल ही में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पत्नी गीता शर्मा और बेटे आशीष शर्मा ने गोवर्धन में 21 किलोमीटर लंबी दंडवत परिक्रमा की थी। यह परिक्रमा गिर्राज महाराज की सप्तकोसीय परिक्रमा थी। इसके बाद उन्होंने श्रीनाथजी के दर्शन भी किए और पूजा-पाठ की रस्में निभाईं।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

Share this story