अलवर में भी आबोहवा हुई खराब, कलेक्टर ने निर्माण कार्यों पर लगाई रोक
अलवर, 8 नवंबर(हि.स.)। दिल्ली सहित एनसीआर क्षेत्र में ग्रेडेड रेस्पॉन्स ऐक्शन प्लान (ग्रेप) की पहली स्टेज छह अक्टूबर को लागू की गई। वहीं, एक माह के भीतर ही प्रदूषण के तेजी से बढ़ाने के कारण ग्रेप की चौथी स्टेज भी लागू करनी पड़ गई। बढ़ते वायु प्रदूषण का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आयोग को ग्रेप की दो स्टेज तीन दिन के भीतर ही लागू करनी पड़ गई। वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण अलवर शहर का एक्यूआई 300 तक पहुंच गया। वहीं भिवाड़ी का देश में सबसे अधिक 469 मापा गया। प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए ही अलवर में पटाखे पर बैन लगाया गया, लेकिन बिना पटाखे चलाए ही अलवर का प्रदूषण स्तर बढ़ता जा रहा है।
जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि अलवर सहित एनसीआर में ग्रेप की चौथी स्टेज लागू की गई। जिसे लेकर सभी तरह के निर्माण व डिमोनेटेशन एक्टिविस्ट पर पाबंदी लगाई गई है। वही अलवर में पटाखे बेचना व चलाना पुरी तरह प्रतिबंधित है। संलिप्ता पाई जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर शहर में पानी के स्प्रिंकलर व मेकेनिकल स्वीपिंग मशीन से सड़कों की सफाई की जा रही है ताकि धूल हवा में ना टिकी रहे और वायु की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
हिन्दुस्थान समाचार/मनीष/संदीप
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