मंदिरों में घुसकर प्रसाद खाता भालू पिंजरे में कैद, रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा
पाली, 2 जून (हि.स.)। जिले के वेलार गांव में रात के अंधेरे में मंदिरों में घुसकर प्रसाद खाने वाले भालू का वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ने की कार्रवाई की। पिछले एक महीने में कई बार भालू वेलार गांव में नजर आया। मंदिर में प्रसाद खाते हुए सीसीटीवी कैमरे में नजर आया था।
वन विभाग सुमेरपुर के रेंजर जितेन्द्र मीणा ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर वेलार गांव में 29 मई को पिंजरा लगाया था। भालू के आने वाले रास्ते पता कर वहां भी ट्रेप कैमरे लगाए और उसके मूवमेंट की निगरानी की। शनिवार सुबह करीब चार बजे वह वेलार गांव के चौथ माता मंदिर में प्रसाद खाने आया। इस दौरान वहां रखे पिंजरे में कैद हो गया। रेस्क्यू किए गए भालू की उम्र करीब सात साल है जो नर है। जिसे कोठार के जंगल में छोड़ा गया। रेस्क्यू के दौरान रेंजर जितेन्द्र मीणा, सहायक वनपाल विक्रमसिंह राव, बलजीतसिंह चौहान,श्रवण माली, दौलतसिंह, प्रकाश राणा और भरत माली शामिल रहे।
वन विभाग के रेंजर जितेन्द्र मीणा ने बताया गर्मी में भोजन, पानी की तलाश में भटकते हुए भालू जंगल से गांव की तरफ आ जाते है। इन्हें यहां मवेशियों के लिए बनाए गए अवाले में पानी पीने के लिए मिल जाता है और मंदिर में प्रसाद मिल जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।