अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में बीमार टाइगर के हमले से केयरटेकर की मौत
कोटा, 27 अक्टूबर (हि.स.)। वन्य जीव विभाग के अधीन अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में गुरुवार को एक टाइगर के हमले में केयरटेकर की मौत हो गई। घायल को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। पिछले कुछ दिनों से टाइगर की तबीयत ठीक नहीं थी। इसकी देखभाल के लिए ही केयरटेकर एन्क्लोजर में गया था।
अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क के रेंजर दुर्गेश कहार ने बताया कि बायोलॉजिकल पार्क में ही जंगली जानवरों के लिए एन्क्लोजर बने हुए हैं। इसमें एक एन्क्लोजर में बाघ नाहर और बाघिन महक मौजूद है। जब केयरटेकर रामदयाल नागर टाइगर नाहर के बीमार होने पर स्प्रे कर रहे थे। इसी दौरान उसने केयरटेकर पर अचानक हमला कर दिया। आनन-फानन में गंभीर घायल अवस्था में उन्हें एमबीएस अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हमले में केयरटेकर की गर्दन के नीचे काफी गंभीर चोटें आईं। टाइगर के नाखून केयरटेकर के शरीर में काफी अंदर तक धंस गए थे। रामदयाल के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। मामले की सूचना पुलिस को भी दी गई है। पुलिस पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंपेगी।
उन्होंने बताया कि जयपुर स्थित नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से एक मार्च को ही अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क बाघ-बाघिन का जोड़ा लाया गया था। बाघिन का नाम महक और बाघ नाहर है। इन दोनों के पार्क में आने के बाद से पर्यटकों की संख्या में भी काफी इजाफा हो गया। बीते कुछ दिनों से बाघ नाहर की तबीयत ठीक नहीं थी।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप
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