निर्वाचन विभाग के पास जमा करवाए शपथ पत्र खोल रहे कांग्रेस पार्टी प्रत्याशियों की पोल : श्रवण सिंह बगड़ी
जयपुर, 9 नवंबर (हि.स.)। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण सिंह बगड़ी ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन विभाग के पास जमा करवाए गए शपथ पत्र कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों की पोल खोल रहे हैं। इन शपथ पत्रों में ही खुलासा हो रहा है कि कहीं पर कांग्रेस के नेताओं ने दो शादियां कर ली तो किसी प्रत्याशी ने अपनी शादी की बात ही छिपा ली। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इस मामले में पीछे नहीं रहे और उन्होंने तो नामांकन पत्र में आपराधिक प्रकरणों की जानकारी ही छिपा ली।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण सिंह बगड़ी ने यहां जारी एक बयान में कहा कि किशनपोल से कांग्रेस के प्रत्याशी अमीन कागजी ने तो दो वर्ष पूर्व पहली पत्नी को बिना तलाक दिए दूसरी शादी कर ली। इसका खुलासा होने के बाद अब जयपुर के रामगंज थाने में कांग्रेस विधायक अमीन कागजी समेत 6 से अधिक लोगों के खिलाफ 6 नवंबर को मामला दर्ज हुआ है। इसमें पीड़ित शमीम खान ने मामला दर्ज करवाते हुए आरोपियों पर नगीने छीनने और मारपीट करने का आरोप लगाया है। विधायक अमीन कागजी पर मुकदमा दर्ज नहीं करवाने का दबाव बनाने का भी आरोप है। घटना रामगंज थाना इलाके में तत्कालेश्वरपुरी हिदा की मोरी पर 12 अक्टूबर की है।
बगड़ी ने कहा कि वहीं नवलगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी और सीएम सलाहकार डॉ. राजकुमार शर्मा पर शपथ पत्र में तथ्य छुपाने के आरोप लगे हैं। एक महिला ने खुद को राजकुमार शर्मा की पत्नी बताते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायत दी है। जयपुर निवासी रूपा माथुर ने अपने बेटे के साथ निर्वाचन अधिकारी बचनेश अग्रवाल को शिकायत दी है कि डॉ. राजकुमार शर्मा ने शपथ पत्र में वास्तविक तथ्य छिपाए है। वह महिला स्वयं को राजकुमार शर्मा की पूर्व पत्नी बता रही है। महिला ने बताया कि शपथ पत्र में तथ्य बताए गए हैं वो वास्तविक नहीं है। डॉ. राजकुमार शर्मा ने आज तक जो भी चुनाव लड़ा है, उसमें तथ्य छुपाए गए हैं। रूपा माथुर ने बताया है कि 1999 में उसकी राजकुमार शर्मा से शादी हुई थी, लेकिन राजकुमार ने घर वालों की अड़चन का हवाला देते हुए 2008 में तलाक ले लिया और चुनाव के बाद दोबारा शादी करने की बात कही। इसके बाद साल 2009 में दोबारा शादी की। ये सब तथ्य राजकुमार शर्मा ने नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र में छुपाए हैं।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी नामांकन पत्र में अपने उपर दर्ज मामलों की जानकारी छिपाई है। इसको लेकर केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह ने चुनाव आयोग को शिकायत भी दर्ज करवाई है। गहलोत ने धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े सहित दो आपराधिक मामले नामांकन पत्र के साथ पेश शपथ पत्र में छिपाए है। इसमें पहला मुकदमा जमीन घोटाले से संबंधित है, जबकि दूसरा मुकदमा बलात्कार और यौन हिंसा से संबंधित है। गहलोत के खिलाफ जमीन घोटाले से जुड़ा एक मामला 8 सितम्बर 2015 को जयपुर के गांधीनगर थाने में भाारतीय दंड संहिता की धारा 166, 409, 420, 467, 468, 471 और 120बी के तहत दर्ज है। वर्तमान में यह प्रकरण अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट के समक्ष विचाराधीन है। इसमें आगामी तारीख 24 नवम्बर है। इसी प्रकार एक अन्य प्रकरण रेप और यौन हिंसा जैसी संज्ञेय धाराओं में दर्ज है। इसकी जानकारी नामांकन पत्र के साथ पेश शपथ पत्र में नहीं दी गई, जबकि ये जानकारी देना अनिवार्य था। कांग्रेस के नेताओं और प्रत्याशियों के ये तथ्य कांग्रेस पार्टी का असली चाल, चरित्र और चेहरा बताते है। भ्रष्टाचार में लिपटी इस कांग्रेस सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए राज्य की जनता ने कमर कस ली है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर
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