भील प्रदेश की मांग संभव नही- पूर्व राज्यमंत्री
डूंगरपुर, 28 जुलाई (हि.स.)। पूर्व राज्यमंत्री सुशाील कटारा ने कहा कि भील प्रदेश की मांग संभव नहीं है। इस मुद्दे को लेकर केवल आदिवासी समाज को गुमराह किया जा रहा है। आदिवासी महिलाओं को मंगलसूत्र नही पहनने, सिंदूर नही लगाने, हिंदू धर्म नही मानने पर विवश किया जा रहा है। ये लोग ईसाई मिशनरियों के लिए कार्य कर रहे हैं।
कटारा रविवार को चौरासी विधानसभा क्षेत्र के सीमलवाड़ा, पीठ एवं झौथरी भाजपा मंडल की कार्यसिमिति की बैठक में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ही देश को विकसित बना सकती है। प्रदेश में भी भाजपा सरकार बेहतर कार्य कर रही है। डबल इंजन की सरकार में संकल्प पत्र को पूरा किया जा रहा है।
कटारा ने कहा कि भील प्रदेश की मांग की जा रही है जो कि संभव नहीं है। सूरत, बाड़मेर, कोटा के लोग डूंगरपुर-बांसवाड़ा राजधानी कैसे आयेंगे। वहीं, आदिवासी लोगों को आरक्षण, जनजाति समाज बोर्ड सहित अन्य का लाभ भाजपा सरकार ने दिया। क्षेत्र में आदिवासी समाज को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य भी भाजपा ने किया, लेकिन काम भाजपा करें और वोट किसी ओर को मिले, ये कैसे। उन्होंने कहा कि बूथ अध्यक्षों को मजबूत बनाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज को गुमराह किया जा रहा है। आदिवासी महिलाएं मंगलसूत्र नही पहनने, सिंदूर नही लगाने, ऐसे शब्द बोलने की हिम्मत क्यों आई, क्योंकि उनके सर पर ईसाई मिशनरियों का हाथ है। आदिवासी समाज को गर्त में ले जा रहे है। धर्मांतरण के खिलाफ तो ये लोग कोई नही बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सख्त है, ऐसे लोगों को सबक सिखाया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / संतोष / ईश्वर
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