मुख्यमंत्री भजनलाल ने प्रदर्शनी का शुभारंभ कर मनाया भाजपा का स्थापना दिवस
जयपुर, 6 अप्रैल (हि.स.)। भाजपा के 45वें स्थापना दिवस के मौके पर भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जनसंघ के सफर से विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल बनने तक के सफर पर आयोजित प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया। वहीं भाजपा की प्रदेश सह-प्रभारी विजया राहटकर ने ध्वजारोहण किया।
स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि आजादी मिलने के बाद महात्मा गांंधी ने कहा था कि अब कांग्रेस का कोई परपज नहीं है इसे खत्म कर देना चाहिए। अंतरिम सरकार बनने के बाद देश में दो विचारधाराएं बनी एक विचारधारा वह थी जो निस्वार्थ भाव से राष्ट्र और भारत माता की सेवा के लिए समर्पित थी। वहीं दूसरी विचारधारा में कुछ स्वार्थी लोग थे, जिन्होेने सदैव अपने हितों को देश से आगे रखा। 21 अक्टूबर 1951 को श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल जैसे राष्ट्रवादी लोगों ने जनसंघ की नींव रखी और एक ध्येय वाक्य के साथ आगे बढ़े। कश्मीर को लेकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का विजन स्पष्ट था, उन्होंने कहा था कि इस देश में दो विधान, दो प्रधान नहीं चल सकते। उन्ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी की विचारधारा पर चलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर से धारा 370 हटाकर अपने संकल्प को पूरा किया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग याद कीजिए 1975 का आपातकाल जब पत्रकारों, युवाओं और कार्यकर्ताओं को जेल में डालने का काम किया गया था। उस दौर में कांग्रेस के अत्याचारों से हर वर्ग दुखी था, केवल एक ही परिवार की राजनीति करने वाले लोगों ने राष्ट्र के मूल्यों पर कुठाराघात किया। ऐसे में देश के भीतर 06 अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना हुई, और यह वह राजनीतिक दल है जिसका कार्यकर्ता साल के 365 दिन, महिने के 30 दिन और 24 घंटे काम करता है। इन सभी कार्यकर्ताओं की मेहनत के बूते ही भाजपा आज देश और विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बना। भाजपा राष्ट्रहित में पंचकल्याण की नीति को लेकर काम करती है। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि केाई भी राष्ट्र तभी मजबूत बनता है जब उसके नागरिकों में राष्ट्र के प्रति प्रेम और समर्पण का भाव होता है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 06 अप्रैल 1980 को भाजपा के गठन का मैं साक्षी रहा हूं जब दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हुआ था। भारत रतन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अपने भाषण के दौरान श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल को याद करके भावुक हो गए थे। मुंबई के बांद्रा में 29 दिसंबर से 31 दिसंबर तक भाजपा के पहले अधिवेशन में भी मैं सम्मिलित हुआ था इस अधिवेशन में 60 हजार से अधिक भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे। देश के प्रसिद्ध वकील और न्यायाधीश एम.सी छागला ने उस समय यह कहा था कि कांग्रेस का विकल्प अटल बिहारी वाजपेयी होंगे। संघर्ष के दौर में अटल जी ने यह नारा दिया था कि ‘‘अंधेरा छंटेगा कमल खिलेगा’’ और दो सांसदों से शुरूआत कर आगे बढ़ने वाली भाजपा आज विश्व का सबसे बड़ा दल है।
भाजपा प्रदेश सह-प्रभारी विजया राहटकर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल द्वारा शुरू किया गया सफर आज विश्व की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी तक पहुंच गया है। हमारा यह सफर 02 से 303 तक का सफर है जो 2024 में 370 के पार जाने वाला है, और यह कोई छोटी घटना नहीं है। भाजपा संगठन की मुख्य विशेषता चार ‘‘क’’ हैं जिसमें कार्यकर्ता, कार्यालय, कोष और कार्यक्रम शामिल है। हमारी नीति सुशासन, सनातन और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की है। हम अत्योंदय के साथ आत्मनिर्भर भारत बनाने की ओर अग्रसर हैं। पीएम मोदी ने देश की चार जातियों के उत्थान का नारा दिया है जिसमें गरीब, युवा, महिला और अन्न्दाता का कल्याण करना ही हमारा उद्देश्य है।
हिन्दुस्थान समाचार/ इंदु/ईश्वर
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