बीकानेर के विद्वानों का सर्वसम्मत्ति से मत, शास्त्रीय प्रमाणों को आधार बनाकर बीकानेर में एक नवम्बर को दीपावली मनाएं

WhatsApp Channel Join Now
बीकानेर के विद्वानों का सर्वसम्मत्ति से मत, शास्त्रीय प्रमाणों को आधार बनाकर बीकानेर में एक नवम्बर को दीपावली मनाएं


बीकानेर, 20 अक्टूबर (हि.स.)। दीपावली को लेकर इस बार काफी भ्रम की स्थिति बीते कई दिनों से चल रही है। कई स्थानों पर इस बार 31 अक्टूबर को तो कई स्थानों पर एक नवम्बर को दीपावली बतायी जा रही है। पंडितों, विद्वानों, पंचांगकर्ताओं के मत भी सामने आ रहे हैं। इस बार जयपुर के पंडितों ने जहां 31 अक्टूबर को दीपावली मनाने की घोषणा की है, उसके बाद आज बीकानेर में भी विद्वानों ने एक मत, एक स्वर में दीपावली 1 नवम्बर को मनाने की बात कही है।

रविवार को रत्ताणी व्यास बगेची में ख्यातिनाम विद्वानों, शास्त्रों, पंचांगों के आधार पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पंडित बाबूलाल शास्त्री ज्योतिष बोध संस्थान के पं. राजेंद्र किराडू, ब्रजेश्वरलाल व्यास, महेंद्र व्यास, सुशील किराडू, अशोक ओझा, गोपाल नारायण व्यास, अशोक ओझा नानकाणी ने संयुक्त रुप से इसके प्रमाण पेश किए। जिसके आधार पर बताया कि एक नवम्बर को ही दीपावली शास्त्रसम्मत सही है।

पं. किराडू ने बताया कि यदि दोनों दिन अमावस्या प्रदोष व्यापिनी हो तो दूसरे दिन ही अमावस्या में दीपावली पर्व मनाया जाएगा। इसी तरह यदि प्रथम दिन अमावस्या प्रदोष व्यापिनी है लेकिन अगले दिन अमावस्या उदयव्यापिनी (सूर्योदय से साढ़े तीन प्रहर से अधिक है एवं प्रतिपदा वृद्धिगामिनी है तो भी दूसरे दिन उदयव्यापिनी अमावस्या वाले दिन ही यह पर्व शास्त्रविहित है)। किराडू ने यह भी बताया कि 1 नवम्बर को देश में अयोध्या, इंदौर, कुरुक्षेत्र, हरिद्वार सहित कई शहरों में दीपावली मनाने की बात कही जा रही है। ब्रजेश्वर व्यास ने 1943 से लेकर कई पुराने पंचांगों के जरिए प्रमाण पेश किए।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / राजीव

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story