आजादी से दाे साल पहले ही प्रधानमंत्री बन गए थे चाचा नेहरु : सांसद अग्रवाल

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आजादी से दाे साल पहले ही प्रधानमंत्री बन गए थे चाचा नेहरु : सांसद अग्रवाल


आजादी से दाे साल पहले ही प्रधानमंत्री बन गए थे चाचा नेहरु : सांसद अग्रवाल


भीलवाड़ा, 15 अगस्त (हि.स.)। हर घर तिरंगा अभियान के एक कार्यक्रम में भाजपा सांसद व प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल ने विवादास्पद बयान दिया। उन्हाेंने कहा कि देश को तथाकथित आजादी 1947 में मिली। इससे दाे साल पहले चाचा नेहरू को प्रधानमंत्री बना दिया गया था। यह कार्यक्रम मंगलवार को था। इसमें विधायक सहित पार्टी के कई जन प्रतिनिधि मौजूद थे।

सांसद ने कहा कि ये देश 14 अगस्त 1947 काे खंडित हुआ। पाकिस्तान बना और 15 अगस्त 1947 को तथाकथित आजादी मिली। ये अलग बात है कि आजादी के दाे साल पहले ही हमारे चचा नेहरू प्रधानमंत्री बन गए थे। यह अजीब मुल्क है। शासन उनका है और प्रधानमंत्री हमारा। उन्होंने कहा कि मेरा मत है कि इस देश को जितना नुकसान मुगलों, चंगेजों और अंग्रेजों ने नहीं पहुंचाया, उससे ज्यादा नेहरू परिवार ने पहुंचाया है। महात्मा गांधी ने देश को भरोसा दिया था कि जब तक मैं जिंदा हूं भारत का विभाजन नहीं होगा। विभाजन होगा तो मेरी लाश पर होगा। मेरे दो टुकड़े होने के बाद देश के दो टुकड़े होंगे। उस समय के पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिस्से में जो हिंदू रह रहे थे, वे आश्वस्त थे कि महात्मा गांधी ने कहा है कि विभाजन नहीं होगा, तो विभाजन नहीं होगा। लेकिन नेहरू ने महात्मा गांधी को विभाजन के लिए तैयार कर लिया।

सांसद ने कहा कि दुखद है कि भारत माता के दो टुकडे हो गए। विभागज हुआ तो पाकिस्तान ने घोषणा कर दी कि हम मुस्लिम राष्ट्र हैं। लेकिन भारत ने कहा कि हम लोकतांत्रिक देश हैं। यहां हर संप्रदाय का समावेश है। जो लोग पाकिस्तान जाना चाहते हैं वे चले जाएं। जो यहां रहना चाहें वे निडरता पूर्वक रह सकते हैं। इसके बाद पाकिस्तान से हिंदुओं सिंधियों और पंजाबियों को खदेड़ा गया। इन दिनों आप बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार का लोमहर्षक दृश्य देख रहे होंगे। हिंदू माताओं-बहनों पर सामूहिक अत्याचार हो रहे हैं। कश्मीर फाइल्स में भी आपने कश्मीर से निर्वासित परिवारों की दुर्दशा देखी होगी। मस्जिदों से ऐलान किया गया कि हिंदू यहां से खाली हाथ चले जाएं। अपनी बूढ़ी माताओ-बहनों को ले जाएं और बहू-बेटियों को छोड़ जाएं। आज वैसा ही हिंदू समाज के साथ बांग्लादेश में हो रहा है। कई वीडियो सामने आ रहे हैं। जिन्हें देखकर सिर शर्म से झुकता है और आंखों से अंगार बरसता है कि क्या करें। उन्होंने कहा कि कश्मीर और बांग्लादेश से भी हजार गुना वीभत्स अत्याचार और सामूहिक नहरसंहार 15 अगस्त 1947 से लेकर उन छह महीनों में हिंदुओं पर हुआ था। पाकिस्तान से लाशों को लेकर ट्रेनें भारत पहुंचती थीं। विभाजन का दर्द पूछना है तो सिंधियों और पंजाबियों से पूछो।

सांसद दामोदर अग्रवाल ने दो दिन पहले दिये बयान पर सफाई दी। उन्हाेंने कहा कि ये मेरा केवल कमेंट नहीं ऐतिहासिक तथ्य है। 1947 को हम आजाद हुए। नेहरू इससे दो साल पहले ही पीएम बन गए थे। आजादी के पहले तक सर्वमान्य नेता थे महात्मा गांधी। जिन्होंने तब कहा था कि किसी कीमत पर बंटवारा नहीं होगा। बापू के कथन पर देश भरोसा करता था। नेहरू ने गांधी को बंटवारे के लिए तैयार कर लिया। इस कारण भारत पाकिस्तान नाम के देश बने। हजारों हिंदुओं का कत्लेआम किया गया। एक पल में पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू शरणार्थी बन गए।

सांसद दामोदर अग्रवाल के बयान को लेकर भीलवाड़ा कांग्रेस जिलाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि आजादी में सबको विचार प्रकट करने का अधिकार है। दामोदर विद्वान हैं, बड़े हैं और सांसद हैं। उनसे बराबरी नहीं कर सकता। बाकी नेहरू के लिए तो पीएम मोदी भी बोलते हैं। जब से वे प्रधानमंत्री बने हैं तब से नेहरू के खिलाफ बोल रहे हैं। इसमें नई बात नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / ईश्वर

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