कैलाश मानसरोवर बिना भारत अधूरा है - इन्द्रेश कुमार
कोटा 6 फरवरी (हि.स.)। भारत तिब्बत सहयोग मंच की तृतीय ऑनलाइन बैठक में वरिष्ठ संघ प्रचारक एवं मंच संरक्षक इन्द्रेश कुमार ने कहा कि कैलाश मानसरोवर के बिना भारत अधूरा है, इसे चीन से मुक्त करवाना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने और मंच के 25 वें वर्ष पर आयोजित कार्यक्रमों को समर्पित भाव से सफल बनायें। उन्होंने प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को सबसे बड़ा उत्सव बताते हुये कहा कि दुनिया के 200 देशों में वहां के हिन्दुओं व स्थानीय नागरिकों ने विभिन्न आयोजन किये। भारत के 6 लाख से अधिक गांव राम मय थे। देश में 12 हजार से अधिक कस्बे, शहर, नगर और महानगरों के प्रत्येक गली-मोहल्ले में कार्यक्रम हुये।
इन्द्रेश कुमार नें कहा कि दुनिया में घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैँ। चीन की विश्वनीयता और अंतर्राष्ट्रीय स्थिति कमजोर हुईं है, वह अंदर और बाहर से कमजोर हुआ है और आगे ओर भी दुर्बल होगा। चीन में आंतरिक अंतर्द्वन्द भी है, जो बाहर नहीं दिखते हैं। कोरोना के बाद उसकी पाश्विकता भी उजागर हुई है । उन्होंने कहा अभी असंभव को संभव करने वाला समय चल रहा है। बहुत सी असंभव चीजें संभव हुईं हैँ। हम कैलाश मानसरोवर को मुक्त होते देख सकें, तिब्बत को आजाद होते देख सकें, आने वाले समय मेंएक दिन वहां भी तिरंगा लहरायेगा।
उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए सुरक्षित हिमालय होना आवश्यक है, मानवता के लिए तिब्बत को चीन के कब्जे से आजाद होना भी आवश्यक है, कैलाश मानसरोवर भारत का है और उसे चीन से मुक्त करना हमारा कर्तव्य है। इन्ही लक्ष्यों के लिए 25 वर्ष पूर्व भारत तिब्बत सहयोग मंच का गठन हुआ था। इस रजत जयंती वर्ष में नवाचार करते रहें। मंच के कार्यक्रमों में रन फॉर कैलाश, तिरंगा फॉर कैलाश कार्यक्रमों में सम्मिलित करना चाहिए। मंच के अ.भा.महामंत्री पंकज गोयल ने आव्हान किया कि मंच संरक्षक इंद्रेश कुमार के जन्म दिवस 18 फरवरी को सेवा कार्यों द्वारा मनाया जाये। चित्तौड़ प्रान्त प्रचार प्रमुख अरविन्द सिसोदिया ने बताया कि बैठक में मंच के अ.भा. अधिकारीगण, क्षेत्रीय एवं प्रांतीय पदाधिकारी, विभाग एवं प्रकोष्ठ के समर्पित कार्यकर्ता जुड़े।
हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/ईश्वर
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