जोधपुर में भारत रंग महोत्सव नाट्य समारोह पांच से
जोधपुर, 03 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के 25वें भारत रंग महोत्सव नाट्य समारोह का आगाज हो गया है। समारोह के तहत अलग-अलग शहरों में नाटकों का मंचन किया जा रहा है। इसी कड़ी में जोधपुर में नाटकों का मंचन पांच फरवरी से होगा। डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में पांच फरवरी से लगातार पांच दिन तक अलग-अलग नाटकों का मंचन होगा।
एनएसडी के सहायक प्रोफेसर शांतनु बोस, फेस्टीवल कॉर्डिनेटर आशीष देव चारण व टेक्निकल कॉर्डिनेटर अरु व्यास ने बताया कि मुंबई से भारत रंग महोत्सव के 25वें संस्करण का आगाज कर दिया गया है। इक्कीस दिवसीय समारोह 21 फरवरी तक देश के 15 शहरों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें 150 से अधिक प्रदर्शन, कार्यशालाएं, चर्चाएं और मास्टरक्लास शामिल होंगे। इसी कड़ी में जोधपुर में 5 फरवरी से 9 फरवरी तक जीवन की रोटी-डॉ खानखोजे द अनसंग हीरो, रवींद्रनाथ टैगोर की क्षुदित पाषाण, मोहन राकेश की पिंजर बहनमा राजहंस, वसंत कानेटकर की महाकाव्य सिहर उठी थी मौत यहां और साधना अहमद द्वारा लिखित उत्साहजनक डामेर मादेर का मंचन होगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भारत रंग महोत्सव के लिए वसुधैव कुटुंबकम वंदे भारंगम को टैग लाइन बनाया गया है। रंगमंच के माध्यम से वैश्विक एकता को बढ़ावा देने, सामाजिक सद्भाव को समृद्धि प्रदान करना, विविध संस्कृतियों को एक साथ लाते हुए, एक साझा वैश्विक परिवार की भावना पैदा करने उद्देश्य है।
मीडिया कॉर्डिनेटर राहुल बोड़ा ने बताया कि इस महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुतियों, लोक और पारंपरिक नाटकों, आधुनिक नाटकों, स्नातक शो-केस और कॉलेजिएट नुक्कड़ नाटकों सहित कई नाटकीय रूपों की एक मनोरम शृंखला की प्रस्तुति दी जा रही है। महोत्सव मुंबई, पुणे, भुज, विजयवाड़ा, जोधपुर, डिब्रूगढ़, भुवनेश्वर, पटना, रामनगर, श्रीनगर, वाराणसी, बेंगलूरू, गंगटोक और अगरतला के साथ दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप
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