अस्पतालों के कुशल संचालन के लिए मैनेजमेंट में बेहतर सामंजस्य आवश्यक

WhatsApp Channel Join Now
अस्पतालों के कुशल संचालन के लिए मैनेजमेंट में बेहतर सामंजस्य आवश्यक


जयपुर, 6 जनवरी (हि.स.)। जिस प्रकार से सभी अस्पतालों पर मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, इसके क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए बेहतर सामंजस्य होना बहुत आवश्यक है। सी के बिरला हॉस्पिटल, जयपुर एवं सीएएचओ की ओर से राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित एक दिवसीय सेमिनार क्वालिटी कॉन्क्लेव 2.0 में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, स्थायित्व और मरीजों की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने अस्पताल प्रबंधन में कुशल सामंजस्य और नेतृत्व के महत्व को रेखांकित किया। इस मौके पर डिप्टी सीएम दीया कुमारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं।

कार्यक्रम के पहले सत्र में कीर्ति डिसूजा ने अस्पतालों में स्थायित्व विषय पर चर्चा की। उन्होंने हरित स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व और संसाधनों के कुशल उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि कैसे पर्यावरण अनुकूल नीतियां अस्पतालों की प्रभावशीलता को बढ़ा सकती हैं। डॉ. लल्लू जोसेफ ने मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम के सहयोग और तकनीकी नवाचार के जरिए मरीजों की सुरक्षा में सुधार के उपाय सुझाए।

सी के बिरला हॉस्पिटल के सीईओ विपुल जैन ने नेतृत्व की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रभावी नेतृत्व गुणवत्ता सुधार का आधार है। वाइस प्रेसिडेंट अनुभव सुखवानी ने भी इस बात पर सहमति जताई और अस्पताल प्रबंधन में सामंजस्य के महत्व को समझाया। डॉ. पाराग रिंदानी ने स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता सुधार के नए अवसरों की पहचान और उन्हें लागू करने के व्यावहारिक पहलुओं पर विचार रखे।

बरनाली बनिक ने मरीज देखभाल में उपकरणों की वैधता और उनकी सामग्री की संगतता पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इन प्रक्रियाओं से मरीजों की सुरक्षा को बढ़ावा मिलता है। अंतिम सेशन में डॉ. पी आर सोढानी, डॉ शीनू झंवर, डॉ प्रतीम तम्बोली , मिस जोसफिन, डॉ योगेश गुप्ता एवं डॉ राहुल प्रसाद ने प्रदर्शन परिणाम को बढ़ाने के लिए डेटा का उपयोग करके नेविगेट करने के विषय पर पैनल डिस्कशन किया। कार्यक्रम के अंत में सीके बिरला हॉस्पिटल की मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. सुहासिनी जैन, मेडिकल सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. समीर सिंह और क्वालिटी हेड डॉ. कीर्ति ताम्बी, सीएएचओ स्टेट चेयरपर्सन डॉ निहार भाटिया एवं डॉ दीपा महरा ने सभी वक्ताओं और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

Share this story