बैकुंठनाथजी चतुर्दशी: मंदिरों में उमड़ी भीड़ में मची दीपदान व दान-पुण्य की होड़
जयपुर, 26 नवंबर (हि.स.)। कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी पर रविवार को रवियोग के संयोग के बीच बैकुंठ चतुर्दशी मनाई गई। शहर के मंदिरों में विशेष झांकियां सजाई गई और शाम को दीपदान किया गया। सोडाला स्थित बैकुंठीनाथजी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ी। यहां अलसुबह से ही मेले सा माहौल है। महिला श्रद्धालु सुबह से ही दीपदान और दान-पुण्य किया। बैकुंठीनाथजी के 108 परिक्रमा लगाई गई।
बैकुंठ चतुर्दशी पर रविवार तड़के बैकुंठीनाथजी का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई। इसके बाद शृंगार आरती की गई। भगवान को दही-बरफी का विशेष भोग अर्पित किया गया। सुबह से ही मंदिर में दर्शनों और दान-पुण्य के लिए महिलाओं की भीड़ उमड़ी। महिलाएं बैकुंठीनाथजी को दही-बरफी का भोग लगाया गया। वहीं 5-5 बर्तन, कपड़े, फल आदि दान स्वरूप बैकुंठीनाथजी को अर्पित किए गए। इसके बाद ठाकुरजी के 108 परिक्रमा लगा गई। महिलाएं मंदिर में दीपदान भी किया। साथ ही वहीं पास में स्थित कल्पवृक्ष की भी पूजा-अर्चना कर परिक्रमा लगाई गई। महंत कृष्ण चंद्र शर्मा ने बताया कि बैकुंठ नाथ जी के दर्शनों के लिए शहरभर से महिलाएं आई। रविवार को दिनभर मंदिर के दर्शन खुले रहे। महिलाओं की अधिक भीड़ रहने से मंदिर गर्भगृह की परिक्रमा को बंद करना पड़ा। महिलाएं मुख्य मंदिर के बाहर से ही बैकुंठीनाथजी के 108 परिक्रमा लगाई। भक्तों की भीड़ को देखते हुए पुलिस को बुलाना पड़ा।
गोविंददेवजी के उमड़ी भीड़
बैकुंठ चर्तुदशी पर शहर के आराध्य गोविंददेवजी, गोपीनाथजी व चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदरजी के दर्शनों के लिए भी बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे। मंगला झांकी से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिली। ठाकुरजी के दर्शनों के साथ ही मंदिरों में दीपदान किया गया। कार्तिक स्नान करने वाली महिलाएं मंदिर में दीपदान किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर
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