प्रदेश की प्रत्येक ग्राम पंचायत पर खुलेंगे अटल ज्ञान केन्द्र
जयपुर, 25 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश की साढ़े 11 हजार ग्राम पंचायतों में अटल प्रेरक लगाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को जागरूक करने और उन्हें प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत पर चरणबद्ध रूप से अटल ज्ञान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन केंद्रों के लिए स्थानीय युवक-युवती को अटल प्रेरक के रूप में चयनित किया जाएगा। इससे ग्रामीण युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के स्व-अध्ययन एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी तथा आमजन में पढ़ने की प्रवृति को प्रोत्साहित करने के लिए अटल ज्ञान केन्द्रों पर लाइब्रेरी एवं ई-लाइब्रेरी की सुविधाएं विकसित की जाएगी। इसके साथ ही इन केन्द्रों पर कैरियर काउंसलिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सुशासन दिवस के अवसर पर यह घोषणाएं की। इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
आमजन को सुगमता से मिल सकेगा योजनाओं का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि पात्र व्यक्तियों एवं परिवारों तक सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के लिए अटल प्रेरक कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि ई-मित्र की तर्ज पर इन केन्द्रों पर भी कल्याणकारी योजनाओं के आवेदन के अतिरिक्त जाति, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण-पत्र, मूल निवास एवं राशन कार्ड इत्यादि जन-सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इससे ग्रामीण स्तर पर आमजन के कार्य सुलभ एवं सुगम रूप से सम्पादित हो सकेंगे। उन्होेंने कहा कि राज्य सरकार इन केन्द्रों के विकास पर लगभग 500 करोड़ रुपये का व्यय करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत रत्न श्री वाजपेयी की स्मृति में राज्य सरकार ने 26 दिसम्बर को प्रत्येक पंचायत समिति मुख्यालय पर अटल जन सेवा शिविर आयोजित करने का निर्णय भी किया है। साथ ही, हमारी सरकार ने ई-गवर्नेंस अवार्ड का नाम बदलकर अटल ई-गवर्नेंस अवार्ड और राजकीय विद्यालयों के कंप्यूटर कक्ष का नामकरण अटल कंप्यूटर कक्ष करने का निर्णय भी किया है।
मुख्यमंत्री बोले- गिर्राज दादा का पत्र लेकर मिला
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने चाचा गिर्राज का 1998 का संस्मरण साझा किया। उन्होंने कहा कि मेरे चाचा गिर्राज ने अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम एक पत्र लिखकर दिया। उसमें लिखा था- मेरा भतीजा आपसे मिलने आ रहा है। हमारे परिवार में कोई राजनीति नहीं जानता, लेकिन वह जो कह रहा है, बस आप एक बार सुन लीजिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि जब वह यह पत्र लेकर अटल जी से मिले तो अटल जी ने कहा, गिर्राज जी दाल बाटी चूरमा अच्छा खिलाते थे।
स्कूटर से खाना लेकर आए थे राठौड़
भाजपा कार्यालय जयपुर में प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने 1971 का एक किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि उस समय पाली में अटल बिहारी वाजपेयी हमारे प्रत्याशी सम्पत मल गांधी के लिए प्रचार करने आए थे। रेलवे स्टेशन पर उन्होंने पूछा कि आपने भोजन किया है? अटल जी ने कहा कि आपने पूछा ही नहीं। इसके बाद मुझे स्कूटर से सम्पत मल गांधी के घर से भोजन लेने के लिए भेजा गया। मैं भोजन लेकर आया और अटल जी ने रेलवे के रिटायरिंग रूम में बैठकर भोजन किया।
राठौड़ ने कहा कि आज से शुरू हुए सुशासन दिवस को हम एक साल तक चलाएंगे। जनता को वाजपेयी के आदर्शों और सिद्धांतों को बताने की आवश्यकता है, ताकि वह भ्रमित न हो।
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हिन्दुस्थान समाचार / पारीक

