मेले में पशु व पशुपालकों की आवक होने लगी,मेले का विधिवत शुभारंभ 18 को

मेले में पशु व पशुपालकों की आवक होने लगी,मेले का विधिवत शुभारंभ 18 को
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मेले में पशु व पशुपालकों की आवक होने लगी,मेले का विधिवत शुभारंभ 18 को


अजमेर,15 नवम्बर(हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर पशु मेला अनौपचारिक रूप से शुरू हो गया है। इसी के साथ मेले में पशु व पशुपालकों की आवक शुरू हो गई है। मेले का विधिवत शुभारंभ 18 नवंबर को जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित द्वारा मेला मैदान में ध्वजारोहण के साथ होगा।

पशु मेला शुरू होने के साथ पशु पालक खुले आसमान के बीच रेतीलें धोरों में अपने डेरे डाल रहे हैं। जिससे बीते एक वर्ष से सुनसान पड़े रेत के दड़ों में रौनक बढऩे लगी है। अस्थाई दुकानदारों ने मेला क्षेत्र में दुकानें व थडिय़ां सजानी आरंभ कर दी हैं। मेलार्थियों के मनोरंजन के लिए कपालेश्ववर तिराहे पर आकाशीय झूलें व सर्कस के पांडाल सज रहे हैं। पुष्कर पहुंच रहे पशुपालक मोतीसर रोड से सटे नए मेला मैदान अपने डेरे डाल रहे हैं। अश्व पालक जहां अपने जानवरों के लिए तंबू लगा रहे हैं। वहीं ऊंट व ऊंटपालक खुले आसमान के नीचे अपना पड़ाव जमा रहे हैं। धीरे-धीरे रेगिस्तान में पशुओं की मंड़ी सज रही है और ऊंटों के रंभाने की आवाजें गूंज रही हैं। पशु पालकों के साथ-साथ व्यापारियों की भी आवक शुरू हो गई हैं। नए मेला मैदान में पशु व पशुपालकों की सुविधार्थ खेलियों में जलापूर्ति शुरू करवा दी है तथा डिस्कॉम की ओर से अस्थायी लाइट व्यवस्था की गई है।

तीन हजार से अधिक पशु पहुंचे

पशु मेले में अब तक विभिन्न प्रजातियों के दो हजार से अधिक पशु पहुंच चुके हैं। मेला अधिकारी डॉ. नवीन परिहार ने बताया कि मेले में भाग लेने के लिए बीते दो दिनों से पशु व पशुपालक आ रहे हैं। अब तक करीब तीन हजार से अधिक पशु की आवक हुई है। इनमें सर्वाधिक संख्या ऊंटों की है। अब तक करीब दो हजार से अधिक ऊंट तथा 1200 से अधिक घोड़े-घोडिय़ां पुष्कर पहुंच चुके हैं।

मेला अधिकारी कार्यालय की स्थापना

पशु मेले के लिए पुष्कर के ब्लॉक वेटनरी हेल्थ ऑफिस में अस्थायी मेला अधिकारी कार्यालय की स्थापना की गई है। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अरोड़ा को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। कार्यालय का उद्घाटन डॉ. परिहार ने गौ पूजन के साथ किया। कार्यालय में विभिन्न संभागों जैसे चौकी, चिकित्सा, दड़ा चिकित्सा, श्रम व्यवस्था, भण्डार, हेल्प डेस्क आदि की भी स्थापना की गयी है। कार्यालय से ही पशु मेले पर नजर रखी जाएगी तथा पशु पालकों को होने वाली समस्या का समाधान किया जाएगा।

गौवंश के कराया टीकाकरण

पशु चिकित्सा प्रभारी डॉ. विष्णु प्रकाश बरवड़ ने बताया कि पालिका के कांजी हाऊस में रह रहे आवारा गौवंश का संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। इसके अलावा स्टॉफ पहुंच गया है। सभी प्रवेश मार्गो पर 14 चौकियां स्थापित की जाएगी। जहां चिकित्सकीय टीम की ओर से मेले में आने वाले अश्व वंश का स्वास्थ परीक्षण किया जाएगा।

पुष्कर मेला क्षेत्र में रौनक बढ़ती जा रही है। मेला क्षेत्र में अस्थाई दुकानें लगना शुरू हो गई है तो वहीं मेला क्षेत्र में झूले-चकरियां ने अपना पूर्ण आकार ले लिया है। कपालेश्वर तिराहे से आगे तक अस्थाई दुकानें लग गई है तो वही काफी संख्या में झूले चकरी भी लग गए हैं।

विश्व विख्यात पुष्कर मेले में अश्वों की विभिन्न प्रजातियों के अश्व पहुंच रहे है। इनमें राजस्थान के अलावा हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों से अश्व पालक अपने अपने अश्वों को लेकर पुष्कर पहुंचना शुरू हो गऐ हैं। करीब एक हजार से अधिक अश्व पहुंचे हैं। इनमें सबसे खास हरियाणा के ताऊ हाऊस के बुर्ज खलिफा नामक अश्व पुष्कर पहुंचने की उम्मीद है। हरियाणा के ताऊ हाऊस के हरमान ने बताया कि वे पुष्कर मेले में भाग लेने के लिए अभी 8 घोड़े घोडिय़ों के साथ पुष्कर पहुंचे हैं तथा अस्तबल के सबसे खास करीब 70 इंच लंबाई के बुर्ज खलिफा नामक अश्व के साथ 6 अन्य घोड़े घोडिय़ों को लेकर उनके ताऊ पुष्कर पहुंचेंगे। मेले में पानी समेत अन्य व्यवस्था पर उन्होंने संतोष जाहिर किया है।

मंगलवार को मेले की शुरूआत के साथ पुष्कर पहुंचे देशी व विदेशी पर्यटक काफी संख्या में पशुओं को देखने व उनके साथ फोटों खिंचवाने पहुंचने लगे है। इस दौरान विदेशी पर्यटक पशुओं को जहां अपने कैमरे में कैद कर रहे है वहीं पशुपालकों के साथ भी सेल्फी ले रहे है। इटली के दम्पत्ति ने कहा कि मेले में पशु मेले को देखने के लिए प्रतिवर्ष यहां आते है। हालांकि आज उनकों इस बार गत 2019 के मेले से कम पशु देखने को मिले हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/ईश्वर

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