मनु और अंबेडकर में समाज की एकता का मंत्र- छाबा
जयपुर, 14 अप्रैल (हि.स.)। भारत रत्न डाॅ. भीमराव रामजी अंबेडकर की 133 वीं जयंती पर रविवार को राजस्थान उच्च न्यायालय परिसर स्थित मनु की प्रतिमा से उच्च न्यायालय सर्किल स्थित अंबेडकर की प्रतिमा तक अधिवक्ताओं ने पदयात्रा निकाली।
इस अवसर पर अतिरिक्त महाधिवक्ता बसंत सिंह छाबा ने कहा मनु और अंबेडकर में समाज की एकता का मंत्र है। यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व छाबा के उच्च न्यायालय स्थित कार्यालय में बाबासाहेब के चित्र पर पुष्प अर्पण कर श्रद्वांजलि दी। छाबा ने मनु की प्रतिमा के समक्ष एकत्रित हुए अधिवक्ताओं को भारत की संस्कृति में मनु और अंबेडकर के महत्व को समझाते हुए कहा की हम सभी को राष्ट्र को मजबूत और विकसित करने की दिशा में एक साथ कदमताल कर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। मनु ने वर्णव्यवस्था के जरिए समाज में कार्य विभाजन के माध्यम से समाज के संचालन का मंत्र दिया वही अंबेडकर ने सैकड़ों वर्षो की गुलामी के कारण भारतीय समाज में उत्पन्न हुई अनेक समस्याओं के समाधान का मंत्र भारतीय संविधान के माध्यम से हमारे समक्ष प्रस्तुत किया है।
यात्रा में राजस्थान उच्च न्यायालय इकाई की सांस्कृतिक सचिव मीनू वर्मा व इकाई के सदस्य मनीष शर्मा सहित अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद् के राष्ट्र परिषद् सदस्य बृजेन्द्र सिंह नाथावत, अमित गुप्ता और अधिवक्ता परिषद् राजस्थान जयपुर प्रांत की उपाध्यक्ष मंजू दवे, प्रांत महामंत्री जितेन्द्र सिंह राठौड, परिषद् की उच्च न्यायालय इकाई के अध्यक्ष विनोद गुप्ता, महामंत्री वंदना शर्मा, मंत्री माही यादव, कार्यकारिणी सदस्य श्रुति पारीक जिला न्यायालय इकाई के अध्यक्ष प्रशांत कुमावत और महामंत्री कृष्ण देवासी सहित अन्य धर्मजागरण के प्रांतीय पदाधिकारी दीनदयाल शर्मा, आयुष मल, कुलदीप शर्मा, शशांक जैमिनी, पुष्पेन्द्र राणा सहित गणमान्य अधिवक्तागण उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ इंदु/ईश्वर
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