घरों से निकलने वाले सभी सांप जहरीले नहीं, मारने से बचायें
कोटा, 22 नवंबर (हि.स.)। आजकल सर्दी के मौसम में घरों में ठंडक होने से कुछ प्रजाति के सांप धूप से बचाव व अपनी खुराक के लिये घरों में घुस रहे हैं। लेकिन इनमें से आधे से अधिक जहरीले नहीं होते हैं। पानी भरे गढ्ढों के आसपास भी नमी के कारण सांप अपना बिल बना लेते हैं। प्रशिक्षित सर्प विशेषज्ञ गोविंद शर्मा ने बताया कि कोटा शहर की कई आवासीय कॉलानियों में नमी बनी रहती है। इनमें सेंड गोवा कोनिक्स स्नेक, वुल स्नेक, त्रिन्केट स्नेक, दामन प्रजाति, रेट स्नेक, वाटर स्नेक, चेकर्ड कील ब्लेक, जहरीले ब्लेक कोबरा ज्यादा पाये जाते हैं। सर्दी में रोक पायथन (अजगर), बेडेंड क्रैक प्रजाति के अधिक निकलते है। सांप अपनी खुराक के लिये छिपकली, चूहे, मेंढक या पक्षियों के अंडे तलाश करते हुये गार्डन या छतों से नीचे उतर आते हैं। इनको मारने की बजाय किसी सर्प विशेषज्ञ से पकडवाकर जंगल में छुडवा दें। ये काटने के लिये नहीं बल्कि बचाव के लिये सुरक्षित जगह ढूढते हैं।
यह प्रजाति ज्यादा घातक-
शर्मा ने बताया कि उन्होंने कोटा के आसपास जो सांप पकडे हैं, उनमें कॉमन मॉक वाइपर सांप गहरे भूरे रंग पर सफेद फ्लेक्स वाले होते हैं। इनकी लम्बाई 26 इंच तक होती है। ये मिमिकिंग करते हैं लेकिन कम जहरीले होते हैं। ये लोगों को नुकसान नही पहुंचाते हैं। पीली-भूरी धारियों वाला रूसेल वायपर 4 फीट लंबा होता है। यह सांप खुली घास वाले क्षेत्रों में रहता है। यह अपने शरीर का एक तिहाई भाग उंचा कर फन दिखाता है। इसके एक बार काटने से किसी की मौत भी हो सकती है, इसलिये दिखाई देने पर मारने की बजाय इससे दूरी बनाकर रखें। इसी तरह चेकर्ड कील ब्लेक सांप बडा होने पर 5.7 फीट लम्बा हो सकता है। इनका रंग पीला भूरा सफेद होता है, जिस पर काले धब्बे दिखाई देते हैं। ये नदी के साफ पानी मे पाये जाते हैं। इसी तरह बहुत तेज चलने वाला रेट स्नेक बडा होकर 5 से 6 फीट लंबा हो जाता है। किंग कोबरा की तरह यह ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में रहते हैं जहां पक्षियों के अंडे का शिकार करते हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय कोबरा सांप 3 से 5 फीट लम्बा होता है। ये उपर से काले और नीचे हल्का भूरे रंग के होते हैं। सांप काटने से मरने वालों की प्रजाति में यह प्रमुख चार सांपों में से एक है। यह जंगल, खेत, चट्टान या सामान्य जमीन में अपने बिल बना लेते हैं। कोबरा और क्रैक दोनो जहरीले होते है, इनके भय से हार्ट अटैक या काटने पर जहर फैलने से मौत हो सकती है।
कुलपति आवास से पकडा कोबरा सर्प
कोटा यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. नीलिमा सिंह ने सर्प विशेषज्ञ गोविंद शर्मा को प्रशस्ति पत्र देते हुये बताया कि 18 नवंबर को एक दो दिन से कुलपति आवास परिसर में कोबरा सर्प दिखाई दे रहा था। उन्होंने लाडपुरा के वन अधिकारी भवानी सिंह जादौन को इसकी सूचना दी। जिस पर तुरंत सर्प प्रेमी गोविंद शर्मा ने कुलपति आवास से बिना नुकसान पहंुचाये 5 फीट लंबा कोबरा रेस्क्यू कर उसे वन अधिकारी को सौंप दिया।
नमी में रोज निकल रहे हैं सांप-
दोस्तपुरा में रहने वाले रतनलाल के घर बुधवार को छत से एक सांप घर में घुस गया, जिससे बच्चे डरकर बाहर निकल आये। उन्होंने तुरंत सांप पकडने वाले गोविंद शर्मा को कॉल किया, जिन्होंने घर पहुंचकर छिपे हुये सांप को ढूंढ निकालां। शर्मा ने बताया कि 5.30 फीट लम्बा यह सर्प कोबरा प्रजाति का है, जो जहरीला होता है। उन्होंने इसे सुरक्षित पकडकर वनविभाग के अधिकारी को सौंप दिया है। बुधवार को महावीर नगर तृतीय सेक्टर-5 के एक मकान के एक कमरे में लंबा सांप दिखाई दिया। शर्मा को सूचना मिलने पर उन्होंने इस त्रिन्केट स्नेक को हाथ से पकडकर सुरक्षित शहर से बाहर छोड दिया। उन्होंने बताया कि यह जहरीला नहीं है।
सांप की जान बचायें -
विगत 15 वर्षों से शहर में सांप पकड रहे गोविंद शर्मा ने अपील की कि आवासीय कॉलोनी में सांप दिखने पर डरें नहीं उनको मारने का प्रयास नहीं करें। उनकी जान बचाने से आपको कई गुना अधिक पुण्य मिलेगा। बचाव के लिये किसी भारी कपडे से सांप को ढक दे, जिससे वह सुरक्षित महसूस करेगा और आक्रमण नहीं करेगा। किसी भी प्रशिक्षित सर्प विशेषज्ञ को सूचना देकर उसे पकडवा सकते हैं। मोबाइल नंबर-9602987347 पर सांप की सूचना दे सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/ईश्वर
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